19.jpg)
विशेष: पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से छद्म युद्ध चला रहा है.....बस, अब और नहीं: राघवेन्द्र सिंह
ललितपुर: पुलवामा आत्मघाती हमले पर प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव- राघवेन्द्र सिंह नेे स्वतंत्र भारत न्यूज़ डाट काम को बताया कि, पाकिस्तान जिस तरह से आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है और आतंकवादियों की सहायता और संरक्षण देकर हमारे साथ पिछले तीन दशकों से छद्म युद्ध चला रहा है, उसका तो माकूल जबाब 26/11 मुम्बई हमले के समय ही पाक को दिया जाना चाहिए था, लेकिन सम्भवतया तत्कालीन सरकार में इच्छा शक्ति की कमी थी।
नरसंहार की कपकपा देनेवाली इस घटना के बाद लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और समाजवादी चिंतक व विचारक- श्री रघुठाकुर ने कहा था कि, "यदि वे प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान को उसी रात यह सबक सिखा देते कि भारत की सम्प्रभुता और शाँन्ति को छीनने वालों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। वे पहले आतंकी ठिकानों को मिटाने का काम करते और तत्पश्चात यूनाइटेड नेशन्स मे सबूतों के साथ अपना पक्ष रखते।"
उन्होंने कहा कि, पुलवामा घटना के बाद एक बार फिर पाकिस्तानी आकाओं ने अपने पाले हुए आतंकी भेड़ियों के द्वारा हमारे सैनिकों का लहू बहाकर हमारी सेना की अस्मिता और हमारी सहनशीलता को ललकारने का कायराना काम किया है।
पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठन इस गफलत में थे कि इस बार भी उसकी इस घिनौनी हरकत को भारत सरकार, भारत की सेना और उसकी आवाम चुपचाप हाथ पर हाथ धरे देखता रहेगा, लेकिन पुलवामा के जवानों की शहादत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
उन्होंने बताया कि, "सेना और देशवासियों के जुवान पर एक ही आवाज थी_ 'बस अब और नहीं', सरकार ने भी इसे गंभीरता से लेकर सेना के साथ मिलकर पाकिस्तान स्थित कश्मीर की धरती पर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने कीे रणनीति बनाने का काम शुरु कर दिया। विपक्ष के कुछ छुटपुट नेताओं को छोड़कर सम्पूर्ण विपक्ष और सवा अरब देशवासियों ने अभूतपूर्व एकता का परिचय दिया और सेना को कार्यवाही करने की खुली छूट देने तथा सरकार और सेना से कन्धा से कन्धा मिलाकर चलने का निर्णय लिया।
फिर क्या था 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने जो किया उससे पाकिस्तानी सरकार और आतंकी आकाओं के होश उड़ गए। एक हवाई हमले में 'जैश-ए-मोहम्मद' के आतंकी संगठन के दर्जनों कमाण्डरों के साथ सैकड़ों आतंकवादियों और उनके ठिकाने को ज़मीदोज़ कर दिया गया।
इसके बाद हवाई हमलों में पाकिस्तान के एक F-16 विमान को भी मार गिराया गया। इस दौरान दुर्भाग्य से हमारा एक लड़ाकू विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया और पायलट पाकिस्तान के कब्जे मे चला गया। लेकिन 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए कि भारत की इस चेतावनी पर कि, यदि उसके पायलट को सुरक्षित वापस नहीं किया तो पाकिस्तान भयंकर दुष्परिणामों को भुगतने के लिए तैयार रहे, पाकिस्तान ने हमारे फ्लाइंग कमाण्डर- श्री अभिनन्दन को बिना शर्त वापस भेजने का ऐलान कर दिया।
लेकिन अभी कहानी खत्म नहीं होती है। भारत को तब-तक इस अभियान को चलाए रखना चाहिए, जब तक आतंकियों का आका मसूद अजहर हमारे हाथ नहीं आ जाता और पाकिस्तान पूरी तरह से अपनी सरजमीं से आतंकवाद को ठिकाने नहीं लगाता। अन्यथा ऐसा अवसर बार-बार नहीं आता जब सम्पूर्ण विश्व आतंकवाद के मुद्दे पर हमारे साथ खड़ा हो।
swatantrabharatnews.com