जेल की सुरक्षा में सेंध !
प्रयागराज और उसके आस-पास के क्षेत्र के आम-जन में जेल की सुरक्षा को लेकर दहशत बढ़ती जा रही है तथा आशंका ब्यक्त की जा रही है कि जेल की सुरक्षा में सेंध और जेल में अराजकता का खेल कहीं आतंक का खेल न बन जाए। इसी आशंका को बलवती करता डॉ• शंकर सुवन सिंह का यह लेेेख उन्ही के शब्दों में निचे प्रस्तुत किया जा रहा है।
डाॅ• शंंकर सुुुुवन सिंह नैनी (प्रयागराज) के "वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी, सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज मेंं असिस्टेंट प्रोफ़ेसर एण्ड प्राक्टर हैं।
संंपादक।
प्रयागराज:
जेल की सुरक्षा में सेंध
जेल की व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करना कानून के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। जेल अधिकारी अपने निजी स्वार्थों के लिए जेल की व्यवस्था व सुरक्षा को अत्यन्त क्षति पंहुचा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि, कैदी जेल से फरार हो जाते हैं, कैदी के पास असंवैधानिक तरीके से सरोसामान पंहुच जाता है और जेल में दादागिरी खुलेआम होती है। जेल अधिकारी जेल के अंदर ही खाद्यान घोटाला कर डालते हैं। अभी हाल ही में नैनी सेंट्रल जेल (प्रयागराज) से छग्गन उर्फ़ हग्गन नामक कैदी फरार हो गया। फरार कैदी चोरी और कट्टा रखने के आरोप में अभियुक्त था। जेल में बंद कुख्यात अपराधियों के सामने जेल प्रशासन नतमस्तक है। जिन कैदियों के सामने जेल प्रशासन नतमस्तक नहीं है वो या तो छोटे कैदी हैं या किसी छोटे जुर्म में सजा काट रहे हैं। छोटे जुर्म वाले कैदी ज्यादातर फरार होते हैं क्योंकि जेल प्रशासन उनके सामने नतमस्तक नहीं होता। जेल प्रशासन को कैदी के समक्ष न तो नतमस्तक होना चाहिए और न ही कैदी जेल से फरार होना चाहिए। यदि कैदियों को संवैधानिक तरीके से सुरक्षित रखना है तो जेल की व्यवस्था में बदलाव लाना होगा।
इन घटनाओ से स्पस्ट है कि जेलरों और जेल अधीक्षकों के लिए जेल परिसर ऐशगाह या आरामगाह बन कर रह गया है।
जेल में अराजकता का खेल कहीं आतंक का खेल न बन जाए, इससे पहले ही सरकार को उचित कदम उठाने की जरुरत है।
लेेखक: डॉ• शंकर सुवन सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर एंड प्रॉक्टर वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज, नैनी, प्रयागराज ;इलाहाबाद: २११००७
कांटेक्ट न. ९४१५५५७३६२
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