यूरिया की कमी से किसानों में आक्रोश
संत कबीर नगर (उ• प्र•): जिले में यूरिया खाद की कमी के चलते सकल उत्पादन में गिरावट की आशंका किसानों द्वारा जताई जा रही है। रबी फसल की बुआई हो चुकी है, सिंचाई के बाद यूरिया खाद का छिड़काव नही हो पा रहा है। कारण सहकारी समितियों से यूरिया गायब है । जिससे फसल की समुचित उपज पर संकट के बादल छाए हैं। जिसके कारण किसानों में व्यापक आक्रोश व्याप्त है। सरकारी गोदामों में यूरिया खाद न होने से निजी खाद विक्रेता ऊँचे दामों पर यूरिया खाद बेंची जा रही है। जिसके कारण किसानों के समक्ष खाद का संकट समाप्त नहीं हो पा रहा है।
जिलें में इस समय सरसोंए गेहूं, आलू की बोआई लगभग पूर्ण हो चुकी है। पहले तो किसानों को समय से डीएपी खाद नहीं मिली। अब यूरिया का संकट खड़ा हो गया है। जिसके कारण किसानों के चेहरे मुरझाने लगे हैं। यूरिया खाद के बिना न तो फसलों वृद्धि हो रही है और न ही यूरिया के बिना फसल में अच्छा उत्पादन मिल सकेगा। जिलें में सक्रिय समितियों को जो यूरिया खाद उपलब्ध कराई गई थी। वो ऊंट के मुंह में जीरा के साबित हुई। सहकारी समितियों पर फास्फेटिक खाद भी नही है।
जिले के विकास खंड बघौली के सहकारी समिति बेलहसा पर खाद के लिए किसानो ने प्रदर्शन किया और सचिव गोदाम बन्द कर फरार हो गया।
किसानो का कहना है कि फास्फेटिक खाद के दामों में भारी वृद्धि होने से किसानों की कमर पहले ही टूट चुकी है। अब समय से किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध न कराई गई तो किसानों के सकल उत्पादन में गिरावट हो जाएगी। किसानों ने सहकारी समितियों पर शीघ्र पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध कराने की मांग की है।
नवनीत मिश्र, संवाददाता
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