दुनियाभर में क्रिसमस की धूम - पोप ने दिया लोभ से दूर रहने का संदेश
वेटिकन सिटी: 25 दिसम्बर को दुनियाभर में करोड़ों लोगों ने क्रिसमस का त्यौहार पूरे उत्साह के साथ मनाया। पोप फ्रांसिस ने लोगों को शुभकमानाएं देते हुए भौतिकवादी चीजों पर निर्भरता घटाने का अनुरोध किया।
वेटिकन के "सेंट पीटर बैसिलिका" गिरजाघर में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर हजारों लोग एकत्रित हुए जहां पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं। पोप फ्रांसिस विश्व के 1.3 अरब कैथलिक लोगों के प्रमुख हैं।
पोप (82वर्ष) ने कहा, "अतृप्त लोभ इतिहास का हिस्सा रहा है, यहां तक कि आज भी कुछ लोग पूरी विलासिता से खाना खाते हैं और बहुत से लोगों के पास रोज खाने को एक रोटी भी नहीं होती।"
पोप मंगलवार को क्रिसमस पर "सेंट पीटर स्क्वायर" में एकत्रित श्रद्धालुओं के समक्ष अपना छठा "उर्बी एट ओर्बी" संबोधन देंगे।
दुनिया के विभिन्न हिस्से से लोग जश्न मनाने के लिए क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बेथलहम पहुंचे और ग्रोटो (प्राकृतिक गुफा) के दर्शन के लिए पंक्तियों में लगे। ऐसा माना जाता है कि यीशु मसीह का जन्म यहां हुआ था।
मेंजे स्क्वायर पर फलस्तीनी स्काउट और एक बैगपाइप बैंड का जुलूस आया। यह मार्च यीशु मसीह के जन्मस्थल "चर्च ऑफ नैटिविटी" से निकला। सांता वाली टोपी लगाए और हाथों में गुब्बारे लिये हुए लोगों की नजरें चौराहे की ओर थी, जहां एक विशाल क्रिसमस ट्री सजाया गया था।
बेथलहम के अलावा इंडोनेशिया से इराक तक, दुनिया भर में इसाईयों ने क्रिसमस का पर्व मनाया। बेथलहम पश्चिमी तट पर यरुशलम के समीप है लेकिन वह इस्राइल के अवरोधक के चलते शहर से कटा हुआ है।
इस साल श्रद्धालु चर्च ऑफ नैटिविटी के नये सिरे से संवारे गए मोजैक देख पाए। एक बड़ी परियोजना के तहत हाल ही में उसकी साफ-सफाई और मरम्मत की गयी थी। पहला गिरिजाघर चौथी सदी में यहां बना था। छठी सदी में आग लगने के बाद उसके स्थान पर दूसरा गिरजाघर बना था। उसके पास एक नया और विशाल गिरिजाघर सेंट कैथरीन है।
फलस्तीन के पर्यटन अधिकारियों और होटल संचालकों का कहना है कि इस बार बड़ी संख्या में लोग आए।
(साभार- भाषा/एएफपी)
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