अतीत के गौरव को पाश्चात्य सभ्यता के अंधानुकरण में हम भूलते जा रहे हैं: डॉ0प्रमोद कुमार त्रिपाठी
संत कबीर नगर (उ• प्र•): लाखी देवी रामचंद्र शुक्ल महाविद्यालय, घोठवा के सभागार में प्रतिभा सम्मान आयोजित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि- डॉ• प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि, "अतीत के गौरव को हम पाश्चात्य सभ्यता के अंधानुकरण में हम भूलते जा रहे हैं। नारी शक्ति पूजक सँस्कृति के पोशाक होते हुए भी हम नारी सशक्तिकरण पर मंथन करने के लिए बाध्य हैं। जननी जन्मभूमिश्च..... के स्थान पर जननी सुरक्षा पर चिंतन कर रहे हैं। कन्या पूजित संस्कृति को छोड़कर आज कन्या भ्रूण सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। हमने अपने को अतीत से जोड़ना होगा। तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।"
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य- शत्रुघ्न मिश्रा ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक- जन सेवक- तारकेश्वर प्रसाद शुक्ला ने प्राचीन भारतीय संस्कृत की प्रखर और विस्तार से व्याख्या करते हुए कहा कि, "हम अपने जड़ों से कट कर विकास नहीं कर सकते। इसलिए हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति को न भूलते हुए प्रगति की सोपान को तय करना है।"
कार्यक्रम का संचालन मनोज शुक्ला ने किया तथा आभार ज्ञापन प्राचार्य- अभिषेक शुक्ला ने किया।
इसके पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया तथा महाविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना करते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। उसके बाद स्वागत गीत के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की समस्त अध्यापक -अध्यापिका ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।
(नवनीत मिश्र)
swatantrabharatnews.com