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ठिठुरती ठंड में शुरू हुआ नवरत्न का शीत कवच अभियान
नोएडा: प्रतिभा विकास समर्पित सामाजिक संस्था नवरत्न फाउंडेशन्स ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को ठिठुरती ठंड के बीच शीतलहर से बढ़ी सिहरन भरी सर्दी से बचाने के लिए वार्षिक अभियान "शीत कवच" की शुरुआत दिसम्बर के पहले पखवारे से कर दी है।
अभियान के क्रम को आगे बढ़ाते हुए आज नवरत्न टीम ने नोएडा सेक्टर 17 स्थित स्लम इलाके के विद्यालय में स्वेटर वितरण किया।
सामाजिक विकास को लेकर आर्थिक, शारीरिक रूप से कमजोर लोगो के शैक्षिक, स्वास्थ्य व अन्य क्षेत्रों में सक्रिय नवरत्न फाउंडेशन्स विभिन्न अभियानों से समाज को विकास की राह दिखा रही है।अनदेखी प्रतिभाओ के विकास को प्रयासरत यह संस्था विभिन्न आयोजनों से मंच देकर नवोदित प्रतिभाओ को तलाश कर तराशने का भी काम बखूबी कर रही है।
नवरत्न ज्ञानपीठ विद्यालय से जहा एक तरफ झुग्गी इलाके में शिक्षा की रोशनी जलाईए वही "अस्तित्व" अभियान से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी रही।
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो को शिक्षा के साथ पठन सामग्री का इंतजाम किया गया है। ठिठुरती ठंड में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो के पहनावे को देख संस्था अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव व नवरत्न टीम ने शीत कवच अभियान की शुरुआत की जो हर साथ भीषण सर्दी में चलाया जाता है, इसमे इलाके के कई समाजसेवी निःस्वार्थ भाव से अभियान का हिस्सा बनते हैं।
इस वर्ष इस शीत कवच अभियान का श्री गणेश नोएडा के झुग्गी-झोपड़ी इलाके में स्थित नवरत्न ज्ञानपीठ से किया गया।
यहाँ लगभग 125 बच्चों को जीपी गुप्ता व राजन गुप्ता के करकमलों से यूनिफॉर्म स्वेटर वितरित किये गए। बेतहासा सर्दी में जहाँ एक ओर बच्चो के चेहरों पर मुस्कान थी वही श्री गुप्ता के चेहरे पर असीम सात्विक अनुभूति थी।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आज नवरत्न टीम सेक्टर 17 के स्लम इलाके में पहुंची। यहाँ स्थित अपना स्कूल में लगभग 100 आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो को स्कूली यूनिफॉर्म प्रदत्त की गईं।स्वेटर वितरण व्यवस्था की देखरेख स्लम प्रधान, स्कूल संचालिका ऋतु सिन्हा कर रही थी।
हड्डी कपां देने वाली ठंड में यहां बगैर गर्म कपड़ों व जूतों के देख नवरत्न अध्यक्ष श्री श्रीवास्तव विचारों की गहराइयों में खो गए। इसे ईश्वरी शक्ति मानते हुए उन्होंने तय किया कि इस शीत कवच अभियान में जूते भी उपहार स्वरूप देकर बच्चो को सर्दियों से बचाएंगे, क्योंकि सर्दी सबसे पहले तलवे और पैरों से लगती है। इसके लिए वो शीघ्र नोएडा के जूता व्यापारियों से मिलकर शीत कवच को और अधिक व्यापक बनाने का प्रयास करेंगे।
अनिल कुमार श्रीवास्तव, संवाददाता
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