राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित - यह भी और यह भी.... सब कुछ बुरा है: सभापति राज्यसभा
नई-दिल्ली: राज्यसभा आज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।
भाषा के अनुसार, एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो राफेल मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष का हंगामा जारी रहा। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही करीब पांच मिनट बाद ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्ता पक्ष द्वारा राफेल मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग के विरोध में कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सत्ता पक्ष की तरफ से भी नारेबाजी शुरू हो गई।
सभापति वेंकैया नायडू ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने और गज एवं तितली चक्रवात से हुए नुकसान पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने की अपील की। अन्नाद्रमुक के सदस्य वी मैत्रेयन इस मुद्दे पर बोलने के लिए खड़े भी हुए।
इसी बीच कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था के प्रश्न के नाम पर सुबह सदन की कार्यवाही के दौरान संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल द्वारा दिये गये एक बयान की ओर आसन का ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने अपने बयान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिया है जो दूसरे सदन के सदस्य हैं।
शर्मा ने कहा कि सदन के नियमों के तहत दूसरे सदन के सदस्यों का नाम इस सदन में नहीं लिया जा सकता।
हालांकि उनकी आपत्तियों को खारिज करते हुए सभापति ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने को कहा।
इसी बीच सत्ताधारी पार्टी के कई सदस्य राहुल गांधी से राफेल मुद्दे पर माफी मांगे जाने की मांग वाला पोस्टर लेकर सत्ता पक्ष की अगली सीटों के नजदीक आकर नारेबाजी करने लगे। उधर, कांग्रेस के भी कई सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर सत्ता पक्ष का विरोध कर रहे थे।
हंगामे के बीच ही अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने आसन के समक्ष आकर नारेबाजी शुरू कर दी।
इससे अप्रसन्नता जताते हुए सभापति ने दोनों पक्षों की तरफ इशारा किया और कहा, "यह भी और यह भी....... सब कुछ बुरा है।"
उन्होंने सदस्यों से कहा कि चक्रवाती तूफानों में कई लोगों ने जान गंवाए हैं, किसानों को नुकसान हुआ है, कई राज्यों के लोग इससे प्रभावित हुए हैं। लेकिन आपकी दिलचस्पी इतने अहम मुद्दे पर चर्चा करने में नहीं है।
इस पर विपक्षी सदस्यों ने कहा कि वे चर्चा के लिए तैयार हैंए लेकिन सत्ता पक्ष ने नियम का उल्लंघन किया है।
हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद भी कुछ कहते हुए देखे गये किंतु शोरगुल में उनकी आवाज नहीं सुनी जा सकी।
बहरहाल सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख नायडू ने कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
(साभार- भाषा)
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