मेधावी छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह 2018
गले में मेडल...... हाथ में प्रमाणपत्र......
मन में खुशी......
तालियों की गूंज और हर ताली पर गौरवान्वित चेहरे.......
संंत कबीर नगर: संत कबीर नगर में चारो तरफ उत्सव का माहौल था। प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुल्हन की तरह सजी हुई थी। छात्र- छात्राएँ उत्साहित थे।
अवसर था, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित मेधावी छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह 2018 का। प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के परिसर में मेधावी छात्र.छात्राओं की मेहनत को सम्मान मिला।
मेधावी छात्र सम्मान समारोह में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा व उच्च शिक्षा के स्कूल स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शताधिक विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथि डाक्टर महेंद्र सिंह- राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उ0 प्र0 सरकार द्वारा किया गया। ब्लूमिन्ग बड्स स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत और नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समारोह को संबोधित करते हुए डाक्टर सिंह ने भारत की सनातन संस्कृत के विराट स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि, भारत को पुनः विश्व में शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में देखा जा रहा है। विश्व की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति से प्रेरित होकर भारत को समृद्धशाली, स्वाभिमानी राष्ट्र के रूप में पुनः स्थापित करने का लक्ष्य लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लगातार कार्य करती है।"
विशिष्ट अतिथि डॉक्टर प्रोफेसर के0 एन0 सिंह, कुलपति राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्याल, उ0 प्र0, प्रयागराज ने अपने अनुभव और प्रेरणादायक प्रसंगों से बच्चों को बड़े सपने देखने और उन सपनों को पूरा करने को प्रेरित करते हुए व्यक्तित्व विकास पर जोर दिया। कुलपति प्रो0सिंह ने कहा कि, "अच्छे अंक के साथ.साथ एक अच्छा व्यक्तित्व का धनी होना भी जरूरी है। डिग्री के साथ ज्ञान भी अर्जित करें। मेधा को सही दिशा दें। व्यक्तित्व को निखारें। अगर ऐसा कर सके तो हम भारत को फिर से विश्व गुरु बना सकेंगे।"
मुख्यवक्ता डॉ सुषमा पांडे ने परिषद की गतिविधियों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि, "हम लोग पढ़ाई में बहुत समय देते हैं, जिसमें थोड़ा बदलाव करना होगा। वह यह है कि हमारा उद्देश्य पढ़ाई नहीं है, पढ़ाई केवल माध्यम है, मूल उद्देश्य सीखना होना चाहिए।" डॉक्टर पांडेय ने भविष्य की चुनौतियों से आगाह करते हुए कहा कि, "सम्मानित हो रहे बच्चे अभी तक तालाब में थे, अब समुद्र में तैरेंगे और वहां हाथ पकड़ने वाला कोई नहीं होगा। बच्चों को खुद अपनी दशा और दिशा तय करनी होगी। लक्ष्य निर्धारित कर लें और अनुशासित रहें।"
समारोह की अध्यक्षता कर रहे हैं संस्थान के सह प्रबंधक श्री वैभव चतुर्वेदी ने मेहनत करने की सलाह देते हुए कहा कि, "बच्चों को बधाईयाँ, जिन्होंने अपनी योग्यता के आधार पर खुद को साबित किया है। बच्चों, यह आपकी मंजिल नहीं, एक पड़ाव है। इसी को आगे बढ़ाते हुए अपने को और संपन्न करना है। सम्मान को बरकरार रखना ही सबसे बड़ा सम्मान है।"
समारोह का सफल संचालन प्राचार्य डॉक्टर प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर प्रबंधक- श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष- श्याम करन सिंह, त्रयम्बक नाथ त्रिपाठी, समन्वयक- विजय कुमार राय, राजेश पांडेय, रवि प्रताप सिंह, रितेश त्रिपाठी, विकास सिंह, विनोद मिश्रा, सुजित कुमार, अलोक मौर्य सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।
(नवनीत मिश्र)
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