कुम्भ मेले में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दो हजार वॉलिंटियर्स करेंगे श्रद्धालुओं की मदद
- एनएसएस और एनसीसी के कैडेट्स को मेले में तैनात करने के लिए अधिकारियों ने किया संपर्क
प्रयागराज: आगामी कुम्भ मेले को आकर्षित और सुरक्षित बनाने में जुटा मेला प्रशासन पूरब के एक्सपोर्ट के छात्रों का भी सहयोग ले रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालयों से छात्रों को कुम्भ मेला में वॉलिंटियर्स के तौर पर उतारने की तैयारी है। यह वालंटियर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी के होंगे। इन वॉलिंटियर्स के जिम्में पर देश विदेश से आने वाले मेहमान होंगे, जिसके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कुम्भ मेले में देश और दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है इन श्रद्धालुओं को मेले में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों को वैलेंटियर के रूप में उतारने की तैयारी की जा रही है। इसमें राष्ट्रीय सेवा योजना और नेशनल कैडेट कोर के वैलेंटियर शामिल होंगे। मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर वैलेंटियर्स चयन के लिए कहा है।
एनएसएस और एनसीसी के कैडेट्स होंगे, जिसके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार एन के शुक्ला ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ बैठक कर मेले में कैडेट्स के चयन प्रक्रिया पर पूरा प्रबंध तैयार किया है। साथ ही विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय और राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी कैडेट्स कोर के कैंडिडेट के लिए इंटर कॉलेजों में भी संपर्क स्थापित किया है।
रजिस्ट्रार एन के शुक्ला ने बताया कि, "कालेजों और महाविद्यालयों से इच्छुक विद्यार्थियों का नाम मांगा गया है। जो कुम्भ में सेवा देने के लिए तैयार हों। उन सब की चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मेला में विश्वविद्यालय द्वारा 2000 वॉलिंटियर्स की तैनाती की जाएगी।"
- विदेशी मेहमानों की करेंगे मदद
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक- मंजू सिंह ने बताया कि, "कुम्भ मेले के लिए दो हजार वैलिंटियर्स के चयन की प्रक्रिया चल रही है। जिसमें संगठक महाविद्यालय के छात्र भी शामिल किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ छात्रों का चयन विदेश से आने वाले अतिथियों की सहायता और सेवा के लिए किया जा रहा है।"
- सबको मिलेगा आईकार्ड
कुम्भ मेले में तैनात किए जाने वाले वॉलिंटियर्स को सेवा मित्र के नाम से जाना जाएगा। कुम्भ मेला अधिकारी द्वारा इन चयनित छात्रों को एक आईकार्ड भी जारी किया जाएगा। ताकि मेले के अन्दर उनकी पहचान आसानी से हो सके।
डॉ• मंजू सिंह ने बताया कि, "हमने अपने वालंटियर को आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, जागरूकता तथा भीड़ प्रबंधन जैसे आदि कार्यों के बारे में प्रशिक्षित किया है। साथ ही मेले में आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई भी जरूरत हो तो वह हमारे वैलिंटियर्स से संपर्क कर सकते हैं। उनकी मदद के लिए वह उनको उचित स्थान पर पहुंचाएंगे और उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी।"
अजीत सोनी, संवादाता
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