राज्यपाल पं० केशरीनाथ त्रिपाठी के 85वें जन्मदिन पर सियासी दिग्गजों का जमावड़ा केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी हुए शामिल
प्रयागराज: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पं० केशरीनाथ त्रिपाठी के 85वें जन्मदिन पर उनके शहर में राजनीतिक दिग्गजों का जमघट लगा। राज्यपाल बनने के बाद से सक्रिय राजनीति से दूर महामहिम बने पंडित त्रिपाठी के जन्मदिन पर दिग्गजों के साथ-साथ आम कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखने को मिली। शनिवार को शहर के राजर्षि टण्डन मंडपम समारोह गृह में त्रिपाठी के जन्मदिन पर भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इसमें गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। समारोह में दलगत राजनीति से परे कई दलों के लोगों ने शिरकत की।
चार दशक तक सियासत में हनक
चार दशक तक प्रदेश की सियासत में हनक कायम रखने वाले त्रिपाठी सशक्त राजनेता के साथ नामी कानूनविद, कवि के रूप में विख्यात हैं। केशरी नाथ त्रिपाठी राजनीतिक जीवन में अपनों के बीच पण्डित जी के नाम से जाने जाते है। पंडित जी का राजनीतिक सफर भले ही संघ परिवार और भाजपा के करीब रहा हो लेकिन प्रदेश की राजनीति में उनका सम्मान सभी राजनीतिक दलों में रहा। आज भी उनके जन्मदिन के अवसर अन्य सियासी दलों के लोगों ने शिरकत की। समाजवादी पार्टी से फूलपुर से सांसद नरेंद्र पटेल को भी मंच पर स्थान दिया गया।
अंहकारमुक्त व्यक्तिव हैं पंडित जी :राजनाथ
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा की जिस भी क्षेत्र में पंडित जी रहे वहां सिक्सर मारा। राजनाथ ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल को याद करते हुए कहा पंडित जी के साथ संगठन और सरकार चलाने का जो अनुभव मिला वो जीवनभर कम आ रहा है। प्रदेश और देश को जब भी उनके सुझाव की जरूरत पड़ी उन्होंने दिया। उन्होंने कहा कि पंडित जी अंहकार मुक्त, बड़े व्यक्तिव के इंसान हैं।
एक देश एक चुनाव की मांग
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंच से कहा कि पंडित जी के नेतृव में तमाम अहम निर्णय हुए हैं। उन्होंने कहा आप संविधान के जानकार हैं। प्रयागराज के प्रतिनिधित्वकर्ता हैं और प्रयाग से उठाये गये विषय देश की राजनीति में अहम जाते हैं। अब एक देश एक चुनाव की जरुरत है जिसकी शुरुआत पंडित जी करें।
पांच राज्यों के पहले राज्यपाल
त्रिपाठी के साथ राजनीतिक और गैर राजनीतिक तौर पर तमाम उपलब्धियां जुडी हैं। आजादी के बाद प्रयागराज से राज्यपाल बनाये जाने वाले पांचवें व्यक्ति हैं। लेकिन पांच राज्यों के राज्यपाल के रूप में दायित्व निर्वाहन करने वाले पहले नेता हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के साथ बिहार, मिज़ोरम, मेघालय और त्रिपुरा के कार्यवाहक राज्यपाल रहे।
जनता पार्टी से चुने गये विधायक
1977 में जनता पार्टी के टिकट से जिले की झूंसी विधानसभा सीट से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले त्रिपाठी ने कभी पीछे पलट कर नहीं देखा। झूंसी विधानसभा से निर्वाचित होने के बाद केशरी नाथ त्रिपाठी वित्त एवं बिक्री कर मंत्री के रूप में बिक्री कर अधिनियम में मौलिक सुधार के लिए जाने जाते है। संगम नगरी के विकास के लिए उन्होंने त्रिवेणी पुष्प, वोट क्लब की स्थापना की। प्रयाग की संस्कृति को गौरव प्रदान करने के लिए उसे बचाए रखने के लिए उन्होंने त्रिवेणी महोत्सव को शुरू किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्रदेव पांडे कहते हैं कि केशरी नाथ त्रिपाठी ने राजनीतिक रूप से अपने जीवन को एक आदर्श की तरह लोगों के सामने प्रस्तुत किया।
ये हस्तियां रहीं मौजूद
केशरीनाथ त्रिपाठी के जन्मदिन पर आयोजित समारोह में गृहमंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे। विशिष्ठ अतिथि बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन थे और समारोह की अध्यक्षता जस्टिस गिरधर मालवीय ने किया। कार्यक्रम में यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सतीश महाना,रीता बहुगुणा जोशी, सांसद श्यामाचरण गुप्ता, फूलपुर सांसद नागेन्द्र पटेल सहित जिले के कई विधायक मौजूद रहे।
रिपोर्टर- अजीत सोनी, प्रयागराज
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