
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 2.6 लाख भारतीयों की मौत शराब के कारण हो रही है। सरकार मौत बेचना बन्द करे और देश में पूर्ण नशाबन्दी लागॣ करे: रघु ठाकुर
सरकार मौत बेचना बन्द करे और देश में पूर्ण नशाबन्दी लागॣ करे:
[रघु ठाकुर, राष्ट्रीय संरक्षक- लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी]
नई-दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 2.6 लाख भारतीयों की मौत शराब के कारण हो रही है. शराब के चलते लिविर सिरोसिस, कैंसर जैसी बीमारियों व सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. शुक्रवार को जारी की गई डब्लूएचओ की इस रिपोर्ट के आने के बाद देश में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश में टोबैको पॉलिसी की तरह ही एल्कोहल कंट्रोल पॉलिसी लाने की मांग की है. भारत में वर्ष 2017 में लगभग 350 करोड़ डॉलर का शराब का कारोबार रहा.
सरकार मौत बेचना बन्द करे और देश में लागू करे पूर्ण नशाबन्दी तथा शराब/नशे के कारखानों को करे बन्द
विख्यात समाजवादी चिंतक व विचारक तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- रघु ठाकुर देश मेंं पूर्ण नशाबन्दी लागॣ करने की माँग कर रहे हैैं तथा देश भर में उनकी पार्टी धरना- प्रदर्शन कर पूूर्ण शराबबंदी - पूर्ण नशाबन्दी लागॣ करने की माँग कर रही है। श्री ठाकुर ने कहा कि सरकार मौत बेचना बन्द करे और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के 150वीं जयन्ती के अवसर पर 2अक्टूबर से देश भर में पूर्ण नशाबन्दी लागॣ करे।
पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव कहते हैं कि सरकार कैसे हर गली-मुहल्ले में, स्कूलों व शिक्षण संस्थानों के पास, कारखानों व सार्वजनिक स्थानों पर सरकारी शराब व वियर की दुकानों को खोलकर मौत बेच सकती है और फिर आयुष्मान भारत बनाने का हसीन सपने बेच सकती है। श्री श्रीवास्तव का आरोप है कि सरकार जानबूझकर लोोगों को मौत बेच रही है।
श्री श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री- मोदी से मांग की है कि वे देश में पूर्ण नशाबन्दी लागॣॣ करें और नशे के कारखानों को बन्द करें अन्यथा आयुुुष्मान भारत बनाने का नाटक बन्द करें।
हर रोज 6000 लोगों की जाती है जान
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में लगभग 6000 लोग हर रोज शराब पीने के चलते मर जाते हैं।
इसमें से 28 फीसदी लोगों की मौत शराब के चलते रोड एक्सीडेंट में चोट लगने के कारण होती है।
वहीं 21 फीसदी लोगों की मौत पाचन तंत्र में गड़बड़ी के चलते होती है।
वहीं 19 फीसदी लोगों को दिल की बीमारी हो जाती है।
वहीं बाकी बचे लोगों की मौतों में मुख्य कारण कैंसर, अन्य बीमारियां , दिमागी असंतुलन व अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां रहीं।
01 लाख लोगों की होती है सड़क हादसे में मौत
देश में हर साल लगभग 01 लाख लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. ये सभी मौतें अप्रत्यक्ष तौर पर शराब से जुड़ी हुई होती हैं।
हर साल लगभग 30 हजार लोगों की मौत शराब के सेवन से कैंसर होने से होती है।
WHO ने शराब को ग्रुप- 1 की कैंसर जीनस अर्थात कैंसर रोगी बनाने वाले वस्तु की श्रेणी में रखा है।
वहीं शराब पीने से लगभग 1.4 लाख लोग हर साल कई तरह की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
swatantrabharatnews.com