मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम-माता सीता के विवाहोपरांत प्रथम आराध्य श्री चित्रगुप्त मन्दिर अयोध्या का जीर्णोद्धार व सुन्दरीकरण
अयोध्या (उ• प्र•): श्री चित्रगुप्त मन्दिर अयोध्या के सुन्दरीकरण व विकास के लिए प्रयासरत मन्दिर जीर्णोद्धार कमेटी ने एक वर्षीय रिपोर्ट पेश करते हुए बताय कि, जीर्ण शीर्ण अवस्था मे पहुंच चुके, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम-माता सीता के विवाहोपरांत प्रथम आराध्य श्री चित्रगुप्त मन्दिर अयोध्या के जीर्णोद्धार व सुन्दरीकरण का बीड़ा चित्रांशों ने श्रद्धालुओं की मदद से उठाया है उसमे कलम दवात, कलश, व शिखर का कार्य पूर्ण हो गया है।
किवदन्ती है कि अयोध्या स्थित धर्महरि श्री चित्रगुप्त मन्दिर में त्रेता युग मे भगवान श्री राम व माता सीता ने विवाहोपरांत सबसे पहले भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा अर्चना कर अपने दाम्पत्य जीवन की शुरूआत की थी। उस समय इस मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती थी। लेकिन रखरखाव के अभाव में यह मंदिर जीर्ण शीर्ण अवस्था मे पहुंच कर अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हो गया। गत वर्ष कायस्थ धर्मसभा व श्री धर्महरि चित्रगुप्त मन्दिर जीर्णोद्धार कमेटी ने इस मंदिर के जीर्णोद्धार व सुन्दरीकरण की अलख जलाई। देखते देखते मन्दिर जीर्णोद्धार अभियान देशव्यापी हो गया।
एडवोकेट सतीश सहाय, जगदीश श्रीवास्तव, सच्चिदानन्द श्रीवास्तव, श्यामकृष्ण श्रीवास्तव, वी पी श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, सत्येंद्र श्रीवास्तव की अगुवाई में चित्रांशों के चले इस जीर्णोद्धार अभियान में देश के कई हिंस्सो से श्रद्धालु आगे आये और उन्होंने सामर्थ्यानुसार सहयोग किया।बीते एक साल में श्रद्धालुओं के मिले सहयोग से कमेटी ने कलम दवात, कलश व शिखर का कार्य ही पूरा नही किया बल्कि समरसेबल, मन्दिर के पीछे दीवार सुदृढ़ीकरण, श्री चित्रगुप्त रसोई, भगवान श्री चित्रगुप्त परिक्रमा मार्ग आदि कार्य सफलता पूर्वक पूरे कर लिए है।एक सवाल के जवाब में जीर्णोद्धार कार्य मे लगे गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि अब शिखर में टाइल्स का कार्य होना है। मंदिर के भव्यता के लिए भी बहुत काम बकाया है। मंदिर के सामने के हाल का निर्माण होना है।
अतिथियों के रुकने के लिय कमरे का निर्माण होना है।यह सब कार्य भगवान श्री चित्रगुप्त के आशीर्वाद व श्रद्धालुओं के सहयोग से जल्द ही पूरे कर दिए जाएंगे।
अनिल श्रीवास्तवा
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