
तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा का अपमान
चेन्नई/तिरुपुर: (भाषा) द्रविड़ विचारक ई वी रामास्वामी की 139 वीं जयंती के मौके पर सोमवार को चेन्नई में एक व्यक्ति ने उनकी प्रतिमा पर जूता फेंका जबकि तिरुपुर के समीप उनकी एक अन्य मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की गयी।
पुलिस ने कहा कि तिरुपुर जिले के धारापुरम में पेरियार की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ करने वाले बदमाशों को पुलिस ढूढने में जुटी है जबिक चेन्नई में आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये हैं।
तमिलनाडु के सत्तारुढ़ दल अन्नाद्रमुक, विपक्षी दल द्रमुक, उसके जनक संगठन डीके और अन्य राजनीतक पार्टियों ने इन घटनाओं की निंदा की है।
अन्नाद्रमुक नेता और मात्स्यिकी मंत्री डी जयकुमार ने कहा, ‘‘अम्मा (दिवंगत जयललिता) की सरकार ऐसी अस्वीकार्य हरकतें बर्दाश्त नहीं करेगी। उन (अपराधियों) पर मामला दर्ज किया जाएगा। उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने मांग की कि इस घटनाओं के जिम्मेदार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया जाए।
अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए द्रविड कषगम (डीके) के प्रमुख के वीरामणि ने कहा कि पेरियार को उनकी प्रतिमा पर जूता फेंककर बदनाम नहीं किया जा सकता।
चेन्नई के अन्ना सलाई में जब विदुथलई चिरुथैगल काच्चि (वीसीके) के कार्यकर्ता पेरियार की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ा रहे थे तब एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से आया और उसने प्रतिमा पर जूता फेंका।
वीसीके कार्यकर्ताओं ने ने जगदीशन नामक इस व्यक्ति के साथ मारपीट की । बाद में जगदीशन को गिरफ्तार कर लिया गया।
उधर, धारापुरम में जब द्रमुक और डीके के कार्यकर्ता दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तब उन्होंने देखा कि प्रतिमा के सिर पर जूता रखा है। उन्हें छह फुट की कांस्य प्रतिमा के सिर में तोड़फोड़ भी नजर आया।
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