अमित शाह ने विधि आयोग को लिखा पत्र: एक साथ चुनाव कराने की वकालत की
(साभार- भाषा & एडिटेड)
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लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी ने किया "पंचायत से लोकसभा" तक के चुनाव एक साथ कराने की मांग .
[सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष- (उत्तर प्रदेश)- लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी]
नयी दिल्ली: देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराने की पुरजोर वकालत करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इससे चुनाव पर बेतहाशा खर्च पर लगाम लगाने और देश के संघीय स्वरूप को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी ।
विधि आयोग को लिखे पत्र में शाह ने कहा कि एक साथ चुनाव कराना केवल परिकल्पना नहीं है बल्कि एक सिद्धांत है जिसे लागू किया जा सकता है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह आधारहीन दलील है कि एक साथ चुनाव देश के संघीय स्वरूप के खिलाफ है,
उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से देश का संघीय स्वरूप मजबूत होगा ।
विधि आयोग को लिखे आठ पन्नों के पत्र में शाह ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने का विरोध करना राजनीति से प्रेरित लगता है।
उल्लेखनीय है कि एक साथ चुनाव कराने की व्यवहारिकता पर विधि आयोग विचार कर रहा है और वह अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने से पहले राजनीतिक दलों के विचार जान रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक साथ चुनाव कराने के पक्षधर रहे हैं।
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष- (उत्तर प्रदेश)- सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने भा.ज.पा. अध्यक्ष- अमित शाह के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि, "पंचायत चुुुनाव से लोकसभा तक का एक साथ चुनाव होना पूूर्ण राष्ट्रहित में होगा तथा उनकी पार्टी ने ही सबसे पहले सरकार से पंचायत चुनाव से लोकसभा तक के सभी चुनाव एक साथ कराने की मांग करती चली आ रही है तथा राष्ट्रिय कार्यकारिणी में इस आशय का प्रस्ताव पास कर सरकार को भेजा चुकी है.
भा.ज.पा. अध्यक्ष यदि ईमानदारी से लोकसभा और विधानसभा का एक साथ चुनाव कराना राष्ट्र हित में मानते हैं तो. बेहतर होगा कि, श्री अमित शाह जी संपूर्ण राष्ट्रहित में "पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा तक के सभी चुनाव एक साथ कराने का प्रस्ताव भेजें या पत्र लिखें।