राष्ट्रपति ने किया उत्तर प्रदेश जनपद-उत्पाद सम्मेलन का उद्घाटन
- उत्तर प्रदेश के विकास के बिना भारत की तरक्की की कल्पना अधूरी: राष्ट्रपति
लखनऊ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) से सम्बन्धित सम्मेलन का आज उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति ने इस मौके पर ‘नयी उड़ान, नयी पहचान‘ के मूल नारे वाली ओडीओपी योजना के 4084 लाभार्थियों को ऋण वितरित किये।
इस अवसर पर राष्ट्रपति के समक्ष लघु क्षेत्र की मशहूर कम्पनियों अमेजन, क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई), एनएसई बीएससी और जीई हेल्थकेयर के प्रतिनिधियों तथा राज्य सरकार के बीच सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गये।
इससे पहले, कोविंद के लखनऊ आगमन पर राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी चैधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अगवानी की।
राज्य सरकार ने हर साल एक लाख लोगों को ओडीओपी योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके जरिए सरकार प्रदेश के सभी 75 जिलों में खास पहचान रखने वाले उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच देने की कोशिश कर रही है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश सरकार की ‘एक जनपद-एक उत्पाद‘ (ओडीओपी) योजना को राज्य की उन्नति के लिये बेहद महत्वपूर्ण करार देते हुए आज कहा कि इस सूबे के विकास के बिना हिन्दुस्तान की तरक्की की कल्पना नहीं की जा सकती। राष्ट्रपति ने ओडीओपी सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश प्रतिभा और संसाधनों से भरा प्रदेश है। इसमें विकास की सभी स्थितियां और उपकरण मौजूद हैं। बस, उन्हें तराशने की जरूरत है। इस दिशा में राज्य सरकार के प्रयास सराहनीय हैं।
कोविंद ने उत्पादों की ब्रांडिंग पर जोर देते हुए कहा कि अगर आप अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करेंगे तो उत्पादकों और कारीगरों का उत्साहवर्द्धन होगा। हमें कुछ विकसित देशों से यह बात सीखनी होगी। उन्होंने कहा कि आम तौर पर लोगों में कम परिश्रम के काम और नौकरी की तरफ हमारा झुकाव देखा जाता है, जो सही नहीं है।राष्ट्रपति ने ओडीओपी योजना को कामयाब बनाने के लिये उपस्थित लोगों से भी योगदान करने का आह्वान किया।
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