हथियारों में एआई का इस्तेमाल नहीं: पिचाई
सैन फ्रांसिस्को, जून 08: इंटरनेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल ने कहा है कि वह अपनी शक्तिशाली कृत्रिम बुद्घिमत्ता (एआई) तकनीक का इस्तेमाल हथियारों, अवैध निगरानी और खतरनाक प्रौद्योगिकी में नहीं करेगी। लेकिन कंपनी का कहना है कि वह अन्य क्षेत्रों में सेना के साथ मिलकर काम करती रहेगी। गूगल को अपने क्लाउड कारोबार के लिए भविष्य में आकर्षक सरकारी सौदे मिलने की उम्मीद है। गूगल रक्षा विभाग के साथ प्रोजेक्ट मेवन पर काम कर रही थी। यह एक एआई परियोजना है जिसमें तस्वीरों का विश्लेषण किया जाता है और इसका इस्तेमाल ड्रोन हमलों की सटीकता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। कंपनी ने हाल में घोषणा की थी कि वह इस अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाएगी।
कंपनी के हजारों कर्मचारी इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे। इसी के मद्देनजर गूगल की मातृ कंपनी अल्फाबेट इंक के मुख्य कार्याधिकारी सुंदर पिचाई ने गुरुवार को सिद्घांतों की एक सूची जारी की। इसमें कुछ मानकों का उल्लेख किया गया है जिनके आधार पर गूगल अपने एआई शोध को डिजाइन करेगी, अपने सॉफ्टवेयर टूल्स को लागू करेगी और कुछ कामों से अलग रहेगी। पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'एआई किस तरह विकसित होती है और इसका क्या इस्तेमाल कैसे किया जाता है, इसका समाज पर आने वाले कई वर्षों तक उल्लेखनीय असर रहेगा। एआई के क्षेत्र में अग्रणी होने के नाते हम इसे दुरुस्त करना अपनी विशेष जिम्मेदारी समझते हैं।' गूगल के कुछ कर्मचारियों और कुछ बाहरी आलोचकों ने इन सिद्घांतों का स्वागत किया है। लेकिन साथ ही उन्हें कुछ आपत्ति भी है खासकर उस भाषा को लेकर जिसमें कंपनी को भविष्य के फैसलों के लिए पर्याप्त छूट दी गई है।
पिछले कुछ वर्षों में रक्षा एवं स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में एआई का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। गूगल और उसकी प्रतिद्वंद्वी प्रौद्योगिकी कंपनियां एआई उपकरणों की बिक्री में अग्रणी हैं। लेकिन बुद्घिजीवियों और गूगल के कर्मचारियों ने इस तकनीक के दुरुपयोग को लेकर चिंता जताई है। गूगल के एक अधिकारी ने कहा कि अगर कंपनी ने पहले की अपने सिद्घांत बना लिए होते तो फिर पिछले साल वह ड्रोन प्रोजेक्ट से नहीं जुड़ती। कंपनी के 4600 से अधिक कर्मचारियों ने एक ज्ञापन देकर जल्दी से जल्दी इस सौदे से हटने का अनुरोध किया था। हाल के दिनों में कम से कम 13 कर्मचारियों ने इस मुद्दे पर इस्तीफा दिया है।
कंपनी के एक आंतरिक ईमेल के मुताबिक 9 कर्मचारियों की एक समिति ने एआई सिद्घांतों का मसौदा तैयार किया है। उधर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने गूगल के इस फैसले की आलोचना की है। न्यूयॉर्क के रिपब्लिकन सदस्य पीट किंग ने ट्वीट किया कि गूगल का ड्रोन अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा की हार है।
(साभार- बिजनेस स्टैण्डर्ड)
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