कानपुर: जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या हुई 12, डिप्टी CM बोले- किसी को नहीं बख्शेंगे
आरोप है कि ज़िला प्रशासन ने गांव में एम्बुलेंस तक नहीं भेजी. पुलिस की जीप से ज़हरीली शराब से बीमार लोग अस्पताल पहुंचाए जा रहे हैं.
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष - सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने कहा कि, इसके जिम्मेदार - स्वयं मुख्य मंत्री- योगी जी हैं क्योंकि, प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने के वादे और गायत्री परिवार द्वारा सौंपे गए लाखों लोगों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के बराबर कर रहे मांग के उपरान्त भी प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू नहीं कर लोगों को सरकार स्वयं शराबी बना रही है तथा उन्हें मौत के मुंह में ढकेल रही है. स्कूल और कॉलेजों के सामने तक सरकारी शराब और बियर कि दुकाने आबंटित की जा रही हैं, जिसका बच्चों तक पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
लखख्नऊ, 20 मई: कानपुर देहात और कानपुर नगर में सरकारी ठेके से जहरीली शराब सप्लाई के मामले में अब तक 12 की मौत हो चुकी है. इसमें कानपुर नगर के सचेंडी के 6 लोग शामिल हैं, वहीं कानपुर देहात से 6 लोगों की मौत हुई है. उधर हैलट अस्पताल में अभी भी आधा दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं कानपुर नगर और देहात में शराब से मौतों के मामले में मुख्य अभियुक्त विनय सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विनय सिंह सपा के पूर्व विधायक राम स्वरूप गौर का पौत्र है. आरोप है कि विनय का मिलावटी शराब का कानपुर और पड़ोसी जिलों में नेटवर्क फैला हुआ है.
इस बीच डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा हैलट अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने बीमार मरीजों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा. डिप्टी सीएम ने चिकित्सकों को उचित इलाज के निर्देश दिए.
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लापरवाही बरतने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें कानपुर भेजा है. घायलों और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया गया है.
उधर प्रमुख सचिव आबकारी कल्पना अवस्थी ने कहा है कि कानपुर देहात का आबकारी विभाग मौतों का जिम्मेदार है. इस लापरवाही के लिए आबकारी विभाग के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. प्रमुख सचिव ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने खुद को भी जिम्मेदार ठहराया.
उधर जहरीली शराब से बीमार लोगों के बढ़ने का सिलसिला जारी है. आरोप है कि ज़िला प्रशासन ने गांव में एम्बुलेंस तक नहीं भेजी. पुलिस की जीप से ज़हरीली शराब से बीमार लोग अस्पताल पहुंचाए जा रहे हैं.
(साभार- Multi Media)
सम्पादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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