साधु-संतों ने शिवराज के खिलाफ खोला मोर्चा, दिया ये अल्टीमेटम
संतों की मांग है कि सरकार ने जिन संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है उसके लिए वो माफी मांगें और नर्मदा को बचाने के लिए जो संकल्प लिया है सरकार उसे पूरा करें.
भोपाल, 29 अप्रैल: मध्य प्रदेश में साधु संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिए जाने और नर्मदा नदी में हो रहे प्रदूषण को लेकर साधु संतों ने एक बार फिर शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से करीब एक सैकड़ा साधु-संत राजधानी भोपाल में इकट्ठा हुए हैं. इन साधु संतों की मांग है कि सरकार ने जिन संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है, उसके लिए वो माफी मांगें और नर्मदा को बचाने के लिए जो संकल्प लिया है सरकार उसे पूरा करें.
हालांकि साधु संतों के विरोध के देखते हुए पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश में लगी है. लेकिन साधु संत पीछे हटने को तैयार नहीं है. साधु संतों का कहना है कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है. सरकार ने नर्मदा को बचाने के लिए कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि नर्मदा को बचाने के लिए सरकार सिर्फ झूठे वादे करती है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में बाबाओं को मंत्री का दर्जा दिए जाने के बाद प्रदेश के अन्य साधु संत शिवराज सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंने कई बार सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी थी. इससे पहले अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर साधु-संतों ने कलेक्टरों को ज्ञापन दिया था.
(साभार: न्यूज़ 18)
सम्पादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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