कानपुर देहात में 13 साल की मासूम के साथ रेप, दर्जनों दरिंदगी के मामले से दहला जिला
घटना कानपुर देहात ज़िले का शिवली थाना क्षेत्र के बैरीदरयाओं गांव की है. गांव नाबालिग आशा (काल्पनिक नाम) को अकेला पाकर पड़ोस में रहने वाले गुड्डू ने ज़ोर ज़बरदस्ती कर उसकी अस्मत लूट ली.
कानपूर, 25 अप्रैल: उत्तर प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा को लेकर चाहे कितने भी दावे करती हो, लेकिन कानपुर देहात जिले में हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. देश के राष्ट्रपति जिस जिले से हो वहां कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज बची ही नहीं है. यहां पुलिस का इकबाल खतरे में नहीं, बल्कि खत्म हो चुका है. कानपूर देहात वहशी दरिंदों की कर्मस्थली बनकर रह गई है. ताजा मामला मंगलवार का है, जहां एक दरिंदे ने 13 साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बना डाला. इतना ही नहीं उसके साथ बुरी तरह से मारपीट भी की गई. बच्ची को परिजनों ने गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन यहां भी डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा देखने को मिला. नाबालिग बच्ची अस्पताल के फर्श पर घंटों पड़ी रही, लेकिन अस्पताल प्रशासन को ज़रा भी रहम नहीं आया. न तो उस मासूम को स्ट्रेचर नसीब हुआ और न ही बेड.
घटना कानपुर देहात ज़िले का शिवली थाना क्षेत्र के बैरीदरयाओं गांव की है. गांव नाबालिग आशा (काल्पनिक नाम) को अकेला पाकर पड़ोस में रहने वाले गुड्डू ने ज़ोर ज़बरदस्ती कर उसकी अस्मत लूट ली. बदहवास हालत में जब आशा आरोपी के घर पहुंची तो गुड्डू के घरवालों ने उल्टे ही मासूम आशा के साथ मारपीट शुरू कर दी. जब परिजन घर पहुंचे तो बुरी तरह से घायल आशा को नजदीकी अस्पताल में एडमिट कराया. लेकिन डॉक्टरों ने हालत नाज़ुक देख आशा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
जिसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, लेकिन यहां डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा सामने आया. जिसे देखकर किसी की भी रूह कांप जाए. दरअसल, बेहोशी की हालत में पड़ी आशा को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ. वो घंटो अस्पताल के फर्श पर पड़ी रही, लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल के वार्ड में भर्ती करना मुनासिब नहीं समझा. वजह थी पुलिस, क्योंकि मामला पुलिस से संबंधित था. लिहाज़ा अस्पताल में तैनात डॉक्टर पुलिस का इंतज़ार कर रहे थे.
पीड़ित के पिता ने बताया कि जब वह शाम को घर पहुंचा तो बेटी मरणासन्न थी. उसके बाद वे लोग उसे लेकर अस्पताल भागे जहां पीड़िता को रात भर ऐसे ही रखा गया और इलाज नहीं किया गया. मामले में जिला अस्पताल के सीएम'एस डॉ पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि लड़की का इलाज किया जा रहा है. लेकिन हालत में अभी कोई सुधार नहीं है.
पुलिस अधीक्षक रतन कान्त पाण्डेय ने कहा कि रेप और पिटाई का मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुख्य अभियुक्त गुड्डू सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. लड़की का मेडिकल कराया जा रहा है.
दरअसल, जिले में बेटियों की अस्मत लुटना आम बात हो गई है. वहशी दरिंदें लगातार मासूम छात्राओं से लेकर युवतियों और महिलाओ को अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं. ये हम नहीं कह रहे हैहैं, बल्कि कानपुर देहात के हालात बयां कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि महज़ एक महीने के अंदर एक दर्जन से ज़्यादा रेप की वारदातें सामने आई हैं.
तारीख: 21 मार्च
जगह: सिकंदरा थाना क्षेत्रा का रसधान गांव
क्षेत्र के दबंग युवक लगातार एक मासूम छात्रा को परेशान कर रहे थे. रोजाना छेड़छाड़ और अश्लील फब्तियां कसना आम बात थी. इतना ही नहीं मासूम छात्रा की अस्मत लूटनी चाही. पुलिस से शिकायत भी की गई, लेकिन कार्यवाई के नाम पर कुछ नहीं किया गया. लिहाज़ा शोहदों से तंग आकर छात्रा ने अपने बदन पर सोसाइड नोट लिख कर आत्महत्या कर ली. मामले में आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
तारीख: 26 मार्च
जगह: राजपुर थाना क्षेत्र का भाल गांव
यहां भो मनचलों से तंग स्कूल की एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने फौरी तौर पर मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
तारीख: 14 अप्रैल
जगह: मंगलपुर का करियाझाला गांव
सिरफिरे युवक ने रेप में नाकाम रहने पर छात्रा को चाक़ू से गोद दिया. छात्रा के शरीर पर एक के बाद एक 20 वार किए गए. फ़िलहाल, छात्रा अस्पताल में भर्ती है और उसके बचने की उम्मीद बहुत कम बतायी जा रही है. इस मामले में भी पुलिस बेबस और असहाय बानी हुई है.
तारीख: 15 अप्रैल
जगह: राजपुर थाना क्षेत्रा का बैना गांव
पानी भरने गई नाबालिग युवती को महज़ मामूली कहासुनी में दबंगो ने मिटटी का तेल डालकर आग लगा दिया. छात्रा अस्पताल में भर्ती है और मौत ज़िन्दगी के बीच जंग लड़ रही है. मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है.
तारीख: 16 अप्रैल
जगह: थाना गजनेर का गंगरौली गांव
छात्रा ने मनचलों से तंग आकर पढ़ाई बंद कर दी. पुलिस से शिकायत हुई तो आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. लेकिन एक महीने का वक्त गुज़र जाने के बाद भी आरोपी युवक फरार है.
इस तरह के तमाम मामले है जिसमे कानपूर देहात पुलिस फेल हो गई है और यही वजह है कि मनचले-शोहदों के हौसले बुलंद हैं. जिले में लगातार महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और पुलिस तमाशबीन बन कर तमाशा देख रही है.
(साभार- न्यूज़- 18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com