- न्याय एवं सत्य के प्रतीक- स्वर्गीय चीफ-जस्टिस रजिन्दर सच्चर के निधन का समाचार न्यायप्रिय लोगों के लिए अपूर्णीय क्षति.
- अंतिम भाषण किताब ‘‘लहू बोलता भी है: जंगे-आज़ादी-ए-हिन्द के मुस्लिम किरदार’’ के विमोचन पर दिया था.
लखनऊ, 20 अप्रैल: लखनऊ में ‘‘लोकबन्धु राजनारायण के लोग’’ संस्था ने यह दुःखत समाचार मिलते ही संस्था के मुखिया और किताब ‘‘लहू बोलता भी है: जंगे-आज़ादी-ए-हिन्द के मुस्लिम किरदार’’ के लेखक- श्री शाहनवाज़ अहमद क़ादरी की अध्यक्षता में बैठक करायी और स्वर्गीय सच्चर साहब के उस आखिरी भाषण का स्मरण किया जो उन्होंने किताब ‘‘लहू बोलता भी है: जंगे-आज़ादी-ए-हिन्द के मुस्लिम किरदार’’ के विमोचन पर दिया था।
श्री कादरी ने कहा कि, आज जब भारतीय जनता का विश्वास न्यायपालिका एवं न्यायाधीश से विश्वास उठता जा रहा है, ऐसे समय में "न्याय एवं सत्य के प्रतीक"- स्वर्गीय चीफ-जस्टिस रजिन्दर सच्चर साहब के निधन का समाचार- न्यायप्रिय लोगों के लिए अपूर्णीय क्षति है.
श्री कादरी ने बताया कि, सच्चर साहब द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए बनायी गयी "सच्चर कमेटी" ने अनेकों सरकारी दबाव एवं प्रलोभनों के बाद भी अल्पसंख्यकों की ज़मीनी हकीकत को समाज सामने लाने का जो अनोखा कार्य किया है, वह अविस्मणीय है।
‘‘लोकबन्धु राजनारायण के लोग’’ संस्था ने यह दुःखत समाचार मिलते ही बैठक करायी और स्वर्गीय सच्चर साहब के उस आखिरी भाषण का स्मरण किया जो उन्होंने किताब ‘‘लहू बोलता भी है: जंगे-आज़ादी-ए-हिन्द के मुस्लिम किरदार’’ के विमोचन पर दिया था।
swatantrabharatnews.com