राम मंदिर विवाद में आपस में ही टकरा रहे हैं दोनों 'हिन्दू पक्षकार'
अयोध्या, 18 अप्रैल: अयोध्या में राम मंदिर विवाद को लेकर एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में बहस चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ दोनों हिन्दू पक्षकार आपस में ही टकराते दिख रहे हैं. अयोध्या में निर्मोही अखाड़ा के सरपंच राजा रामचंद्राचार्य ने मामले के दूसरे हिन्दू पक्षकार रामलला विराजमान के खिलाफ बड़ा बयान दिया है.
राजा रामचंद्राचार्य ने मामले के तीसरे पक्षकार रामलला विराजमान के सखा त्रिलोकी नाथ पांडे को नकार दिया है. रामलला विराजमान के सखा व तीसरे पक्षकार त्रिलोकी नाथ पांडे पर बोलते हुए निर्मोही अखाड़ा के सरपंच राजा रामचंद्राचार्य ने कहा कि राम मंदिर बाबरी मस्जिद मामले में केवल दो ही पक्षकार हैं. उन्होंने कहा है कि विवाद में तीसरे पक्ष का कोई मतलब नहीं है.
रामचंद्राचार्य के मुताबिक राजस्व अभिलेखों में भूमि की दाखिल खारिज अखाड़े के नाम से हैं एवं 1877 से आज तक निर्मोही अखाड़ा मुकदमा लड़ रहा है. गर्भगृह की व्यवस्था कुर्की होने से पूर्व तक निर्मोही अखाड़े के लोग करते थे. राम चंद्राचार्य ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी होगा वह सुन्नी वक्फ बोर्ड या फिर निर्मोही अखाड़ा के पक्ष में होगा. उन्होंने कहा कि मामले में ना तो भगवान राम पक्षकार हैं और ना ही अल्लाह मियां.
(साभार- न्यूज़ 18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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