मक्का मस्जिद ब्लास्ट: असीमानंद सहित सभी आरोपियों को बरी करने वाले NIA के जज ने दिया इस्तीफा .
मक्का मस्जिद में 18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान एक बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 58 अन्य जख्मी हो गए थे.
हैदराबाद, 16 अप्रैल: मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद सहित पांच आरोपियों को सोमवार को बरी करने वाले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के न्यायाधीश रवींद्र रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
रेड्डी के इस्तीफे की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है। हालांकि, सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रेड्डी ने निजी वजहों से अपना इस्तीफा दिया है। पहले इस तरह की खबर आई कि उन्होंने 10 दिन की छुट्टी ली है लेकिन इसके तत्काल बाद उनके इस्तीफे की खबर आई। टाइम्स नाउ को सूत्रों ने बताया कि रेड्डी ने अपना इस्तीफा आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को सौंपा है।
स्पेशल NIA कोर्ट ने आरोपी स्वामी असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। फैसला सुनाने के लिए आरोपी असीमानंद को नमापल्ली कोर्ट में लाया गया था। स्वामी असीमानंद इस मामले के मुख्य आरोपियों में से एक थे। 18 मई 2007 को हुए इस विस्फोट में 9 लोग मारे गए थे जबकि 58 घायल हुए थे। मामले में 10 लोगों को आरोपी बनाया गया था। उनमें से केवल पांच लोगों देवेंद्र गुप्ता, लोकेश शर्मा, स्वामी असीमानंद, भरत मोहनलाल रतेश्वर उर्फ भारत भाई और राजेंद्र चौधरी को गिरफ्तार कर उन पर मुकदमा चलाया गया।
इस बीच न्यायाधीश रेड्डी के इस्तीफे की खबर पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने हैरानी जताई है। ओवैसी ने कहा कि मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी करने वाले न्यायाधीश का इस्तीफे बेहद पहेलीनुमा है और मैं न्यायाधीश के इस फैसले से हैरान हूं।
(साभार- मल्टी मीडिया)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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