मिलावटी दूध पर दिल्ली सरकार सख्त
नई दिल्ली, 15 अप्रैल: दिल्ली सरकार दूध में मिलावट पर सख्त हो गई है। सरकार इसे रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने जा रही है। इसके तहत खाद्य संरक्षा विभाग के अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में दूध के नमूने उठाएंगे ताकि मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। स्वास्थ्य व परिवार मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में बीते तीन साल के दौरान दूध के महज 8 नमूनों की जांच हुई है। ऐसे में दिल्ली सरकार द्वारा दूध के नमूने उठाने के लिए विशेष अभियान को महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। दिल्ली खाद्य संरक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि विभाग के अधिकृत अधिकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में दूध के नमूने उठाने के आदेश दिए गए हैं। संबधित अधिकारी ये नमूने दूध डेयरियों, दूध विक्रेता, उपभोक्ताओं को दूध बेचने वाले खाद्य व्यापार संचालकों (एफबीओ) व अन्य किसी भी प्रारूप में दूध विक्रेताओं के यहां से उठाएंगे। इन नमूनों को उठाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 28 अप्रैल तक चलेगा। प्रत्येक खाद्य संरक्षा अधिकारी टीम को एक दिन में कम से कम 3 नमूने उठाने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली सरकार विशेष अभियान के तहत उठाए गए नमूनों की जांच कर दूध में होने वाली मिलावट का पता लगाएगी। इसके बाद मिलावट करने वालों में कार्रवाई करेगी। सरकार को दूध में डिटरजेंट, यूरिया मिलाए जाने की शिकायतें मिल रही हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। दिल्ली सरकार दूध व दुग्ध उत्पादों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए मौजूदा कानून को और सख्त करने पर भी विचार कर रही है।
केंद्र सरकार ने इस साल जनवरी में सभी राज्यों को दूध के नमूने उठाकर मिलावट की जांच करने को कहा था। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में बीते तीन साल के दौरान महज 8 नमूनों की जांच की गई और एक नमूने में मिलावट पाई गई। दिल्ली में दूध की रोजाना खपत 70 लाख लीटर से अधिक है।
(साभार: बिजनेस स्टैण्डर्ड)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com