यूपी रेप केस: हमें होटल रूम में बंद कर दिया, पानी भी नहीं था; क्या यही इंसाफ है? पीड़ित का आरोप
- भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव की एक युवती ने रेप का आरोप लगाया है।
- सुप्रीम कोर्ट में एमएल शर्मा ने याचिका दाखिल कर सीबीआई जांच की मांग की है। (File)
- इलाहाबाद हाईकोर्ट मामले में 12 अप्रैल को सुनवाई करेगा। कोर्ट ने एक एमिकस क्यूरी भी नियुक्त किया।
- एसआईटी जांच के लिए पीड़ता के घर उन्नाव पहुंची। शाम तक सरकार को प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट सौंपेगी।
लखनऊ. 11अप्रैल: उन्नाव की युवती से रेप मामले में बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। मामले की 12 अप्रैल को सुनवाई होगी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट भी मामले की सीबीआई जांच और पीड़िता को मुआवजा देने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया। उधर, 18 वर्षीय पीड़ित ने कहा, "जिला प्रशासन ने हमें एक होटल रूम में कैद कर दिया। उसमें ना पानी था, ना फोन। हमसे कहा गया कि बाहर नहीं जा सकते। हर कोने पर गार्ड थे। क्या यही इंसाफ है?" इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर ट्वीट किया और पीएम से कहा- आशा है पीएम भाजपा शासन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के लिए भी उपवास रखेंगे।" बता दें कि उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर युवती ने रेप का आरोप लगाया है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) पीड़ता के घर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।
मेरे पति और युवती का नार्को टेस्ट हो: विधायक की पत्नी
- आरोपी विधायक सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर ने बुधवार को डीजीपी ओपी सिंह से मिलकर न्याय दिलाने की मांग की। उनके साथ बलरामपुर से बीजेपी विधायक शैलेष सिंह शैलू भी मौजूद थे।
- विधायक की पत्नी ने कहा, "मेरे पति निर्दोष हैं। तथ्यों को छिपाया जा रहा है। मेरे पति और अारोप लगाने वाली युवती का नार्को टेस्ट कराया जाए। मेरे पति आज तक उस युवती से मिले तक नहीं हैं।''
- "पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। बिना सबूताें के ही मेरे पति को रेपिस्ट की तरह दर्शाया जा रहा है। मेरी बेटियां आहत हैं। हमारा मानसिक रूप से शोषण किया जा रहा है। "
क्या मेरे एक और चाचा की हत्या हो जाए- पीड़ित
- पीड़िता ने कहा, "मैं सीएम से न्याय की मांग करती हूं। मुझे डीएम ने होटल के एक कमरे में बंद कर दिया है। पानी तक नहीं दिया गया। हर कमरे में गार्ड थे। जब उनसे पानी मांगा तो उन्होंने कहा कि ये हमारा काम नहीं है। मैं अपराधी को दंड दिलाना चाहती हूं। ये लोग मुझ पर माफी के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं। क्या ये लोग चाहते हैं कि मेरे एक और चाचा की हत्या हो जाए।"
एसआईटी सौंपेगी डीजीपी को रिपोर्ट
- डीआईजी प्रवीण कुमार ने कहा, "एसआईटी मौका-ए-वारदात पर जांच के लिए गई थी। दोनों पक्षों से बातचीत की गई है। स्थानीय अफसरों से भी रिपोर्ट इकट्ठा की गई है। आगे की कार्रवाई डीजीपी को रिपोर्ट सौंपने के बाद की जाएगी।"
- एडीजी राजीव कृष्णा ने कहा, "मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई गई है। इनके दिल्ली में रिश्तेदार रहते हैं। अब यह इन्हें तय करना है कि ये उन्नाव में रहेंगे या दिल्ली जाएंगे।'' बता दें कि एडीजी कृष्णा की अगुआई में ही एसआईटी जांच की जा रही है।
राहुल गांधी गुरुवार को जा सकते हैं उन्नाव
- राहुल ने बुधवार को ट्वीट किया, "यूपी में अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार कर रहे एक पिता पर हुई बर्बरता ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। आशा है कि प्रधानमंत्रीजी भाजपा शासन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, कानून तंत्र की विफलता और बढ़ती अराजकता के लिए भी जल्द ही उपवास रखेंगे।"
- यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि महिला कांग्रेस की टीम उन्नाव जाएगी। राहुल गांधी ये फैसला करेंगे कि उन्हें उन्नाव जाना है, या नहीं। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गुरुवार को उन्नाव जा सकते हैं।
विधायक ने सीएम को दी थी सफाई
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम विधायक कुलदीप सेंगर को तलब किया था। सीएम से मुलाकात को लेकर सेंगर ने कहा था, ''मुझे बुलाया नहीं गया है, बल्कि मैं खुद उनसे मिलने आया हूं। मुझे जांच से कोई परेशानी नहीं है। जो लोग आरोप लगा रहे हैं वो निम्न स्तर के हैं और यह अपराधियों की साजिश है।''
जेल भेजा गया विधायक का भाई
- पीड़िता के पिता के साथ मारपीट के मामले में मंगलवार को विधायक के भाई अतुल सेंगर समेत 4 लोगों को लखनऊ क्राइम ब्रांच की टीम ने उन्नाव से गिरफ्तार किया। विधायक के भाई पर पीड़िता के पिता पर झूठा केस करने का भी आरोप है। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों को उन्नाव जेल भेजा।
- बता दें कि सोमवार को जेल से हॉस्पिटल लाए गए पीड़िता के पिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था उसकी मौत बड़ी आंत फटने से हुई थी। उसकी बॉडी पर 14 जगह गंभीर चोट के निशान थे।
परिवार समेत आत्मदाह की कोशिश की थी
- पीड़ित ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री निवास के सामने परिवार समेत आत्मदाह की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था।
- महिला ने उन्नाव में परिवार के खिलाफ कई झूठे मुकदमे दर्ज कराए जाने का भी आरोप लगाया था। मामले में माखी थाने के एसओ समेत 6 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया जा चुका है।
(साभार: भाष्कर)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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