पेरिस: निजीकरण के खिलाफ फ्रांस में रेल-हड़ताल के कारण 420 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम
फ्रांस में रेल हड़ताल पर बैठे 80% लोको पायलट और रेल कर्मचारी , जनजीवन ठप्प
फ्रांस के बहादुर रेल कर्मियों व अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के साढ़े तीन लाख कर्मचारियों को भारत के महान समाजवादी चिंतक व विचारक तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- रघु ठाकुर और रेल सेवक संघ के महामंत्री - सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने दी बधाई.
“रेल हड़ताल के कारण काफी लोगों ने अपने निजी वाहनों को प्रयोग में लाना शुरू कर दिया है। भारी संख्या में निजी वाहनों के कारण सड़कों पर भारी जाम चल रहा है, पेरिस क्षेत्र में सुबह 400 किलोमीटर लंबा जाम दर्ज किया गया।”-फ्रांस राजमार्ग एजेंसी
पेरिस, 06 अप्रैल 2018: फ्रांस में रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल के कारण फ्रांस का परिवहन सिस्टम लगभग ठप्प हो गया है। जानकारों के अनुसार यह हड़ताल लंबी चल सकती है। फ्रांस के राष्ट्रपति रेलवे में सुधार को जरूरी मान रहे हैं। वही रेलवे के कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। रेलवे के 80 फ़ीसदी कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिसके कारण पेरिस में जगह जगह जाम लग गया है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों द्वारा प्रस्तावित सुधारों/ निजीकरण के कारण बुधवार को शुरु हुई रेलवे हड़ताल गुरुवार को भी जारी रही। खबरों की मानें तो लगभग 80 फीसदी लोको पायलट व रेल कर्मचारी इस दौरान हड़ताल पर बैठे हैं, जिसके कारण यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि स्पेन, स्विटजरलैंड और इटली की तरफ जाने वाली रेलों को रद्ध कर दिया गया है। अभी भी फ्रांस में सार्वजनिक सेवा क्षेत्र के करीब 3.5 लाख कर्मचारी ने मोर्चा खोला हुआ है। जिसके कारण तेज गति ट्रेन 85%, 75% रीजनल ट्रेन और 30% हवाई सेवाओं को भी रद्द कर दिया गया है। अब फ्रांस में 8 हाई स्पीड ट्रेन्स में से सिर्फ एक हाई-स्पीड ट्रेन चलाई जा रही है। फ्रांस में नियमित 45 लाख लोग यात्रा के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं।
भारत के महान समाजवादी चिंतक व विचारक तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- रघु ठाकुर और रेल सेवक संघ के महामंत्री - सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने फ्रांस के बहादुर रेल कर्मियों व अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के साढ़े तीन लाख कर्मचारियों को बधाई दी, जिन्होंने राष्ट्रपति मेक्रो के रेल के निजीकरण के प्रयास के विरुद्ध स्थायी हड़ताल की शुरुआत की है। यह हड़ताल भारतीय मजदूर संगठन के समान सांकेतिक नहीं वरन सतत चल रही है। लगभग420 किमी लम्बी दूरी के बराबर गाड़ियों का जाम लगा है। काश भारत का संगठित मजदूर आंदोलन व उसके दलाल नेताओं की रीढ़ की हड्डी होती तो आज देश में सुधार या अन्य बहानों से निजीकरणव छंटनी नहीं हो पाती।
रघु ठाकुर सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव
रेल सेवक संघ के महामंत्री और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष -सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने रेल कर्मचारियों और मान्यताप्राप्त यूनियन के नेताओं का आह्वाहन करते हुए कहा कि, हम सबको निजीकरण के खिलाफ फ़्रांस में चल रही रेल हड़ताल और अपने देश - भारत के उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों के हड़ताल से सबक लेते हुए तुरंत संयुक्त मंच का गठन कर निर्णायक लड़ाई लड़नी चाहिए अन्यथा देश में मज़दूरों और कामगारों का नामोनिशान नहीं बचेगा, क्योंकि, जो कौमे संघर्ष नहीं करती,उसका नामो-निसझान नहीं बचता.
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com