आरक्षण ?- न भारत बन्द करे - न दिमाग बन्द करे - न संवाद की प्रक्रिया बन्द करे बल्कि भारत खोले __ रघु ठाकुर, लो.स.पा.
नई दिल्ली, 06 अप्रैल: लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक - महान समाजवादी चिंतक व विचारक- रघु ठाकुर गत २ अप्रैल के भारत बंद से बहुत आहत नजर आये. १० अप्रैल को होने वाले भारत बंद के समाचारों पर हमारे संवाददाता से हुयी बात- चीत में श्री ठाकुर ने कहा कि, "सोशल मीडिया पर 10 अप्रैल को भारत बन्द के समाचार प्रसारित हो रहे है । यद्यपि इस बन्द की औपचारिक घोषणा करने वाले किसी के नाम नही है और न ही कोई व्यक्ति या संगठन जबावदारी ले रहा है।
आरक्षण के सवाल को लेकर या स्वरुप को लेकर मतभिन्नतायें हो सकती है परन्तु यह सब हमारे देश के घर के आंतरिक मामले है ।जिन्हे हम लोग मिल बैठ कर हल कर सकते है । न्यायपालिका के माध्यम से भी समुचित निर्णय हो सकते है ।परन्तु सूत न कपास जुलाहे मे लठालठी की स्थिति बना दी गयी है।
जब उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बातचीत व संवाद शुरु हो सकता है जो कल तक एक दूसरे को मिटानेको तैयार थे । रुस और अमेरिका के बीच संवाद हो सकते हैं जो दशकों से एक दूसरे के खिलाफ शीत युद्ध के अग्रणी देश थे । तो क्या हम भारत वासी साथ में बैठकर आपस मे चर्चा कर न्यायसंगत हल नही निकाल सकते।
2 अप्रैल 2018 भारत बन्द के दिन जो कुछ हुआ वह दुखदः और हमारे लोकतंत्र और राष्ट्र के लिये शर्मनाक है । कौन पक्ष दोषी है इस पर लोगो की मत भिन्नताएं हो सकतीं हैं परन्तु जो मौत के शिकार हुये "वे इंसान थे और सभी भारतीय थे "।
मैं समूचे देशवासियों से अपील करता हूँ। न भारत बन्द करे, न दिमाग बन्द करे, न संवाद की प्रक्रिया बन्द करे बल्कि भारत खोले, दिलों की गुथ्थियां खोले , दिमाग के ताले खोले और कटुता ,घृणा और हिंसा को बन्द करे । हर नागरिक आधे घंटे अपने घर मे मौन बैठकर अपने इष्ट के समक्ष मौन चिंतन करें और घृणा व, हिंसा के शैतान को दिमाग से बाहर निकाल कर दफन करे । बाबा साहब के लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।"
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