02 अप्रैल: भारत का इतिहास
 02 अप्रैल: भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.

कलकत्ता में आज ही के दिन हिंदू-मुसलमान के बीच हुए थे दंगे :
वर्ष 1926 में आज ही के दिन अब कोलकाता कहे जाने वाले कलकात्ता में हिंदू औ मुसलमानों के बीच दंगे हुए थे.
बता दें कि यह दंगे काफी भयानक रूप में हुए थे जिसमे बहुत से लोगों की जान गयी थी.
इस दंगों के कारण हिंदू और मुसलमानों के बीच एक दीवार खिच गयी थी.
बता दें कि इन दंगों को पाकिस्तान बनने की राह में एक नीव भी माना जाता है.
अन्य कुछ झलकियाँ :
1987 में आज ही के दिन इंडियन स्टैण्डर्ड इंस्टिट्यूटन का नाम बदलकर ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स रखा गया था.
1991 में आज ही के दिन हरयाणा सरकार द्वारा प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगवा दिया गया था.
1997 में आज ही के दिन मुंबई की हाईकोर्ट द्वारा एक निर्णय लिया गया था.
बता दें कि इस निर्णय के तहत शादी-शुदा लड़की अपने पिता की संपत्ति पर हक़ जमा सकती है.

2011 में आज ही के दिन भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था.
1983 में भारत ने पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
यानी 28 साल बाद टीम इंडिया ने एक बार फिर इतिहास रच डाला.
इसके साथ ही भारतीय टीम वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरी ऐसी टीम बनी,
जो दो या इससे अधिक बार खिताब पर कब्जा करने में सफल रही.
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