दुनिया के इन देशों में रहते हैं सबसे अधिक अमीर.
न्यूज़ १८ ने समाचारों में बताया कि, वास्तव में करोड़पति-अरबपति बनने के लिए आपकी इच्छाशक्ति जहां निर्णायक होती है, वहीं देश और परिस्थिति की भी इसमें बड़ी भूमिका होती है.
करोड़पति-अरबपति बनने की चाहत दुनिया में भला किसकी नहीं होती. हालांकि कम लोग ही यह मुकाम हासिल कर पाते हैं. वास्तव में करोड़पति-अरबपति बनने के लिए आपकी इच्छाशक्ति जहां निर्णायक होती है, वहीं देश और परिस्थिति की भी इसमें बड़ी भूमिका होती है. द बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने एक रिपोर्ट जारी की है. इसमें बताया गया है कि किस मुल्क में सबसे अधिक अरबपति रहते हैं. साफ है कि उन मुल्कों के लोग अधिक प्रगतिशील और वहां के हालात अधिक प्रेरक हैं. हालांकि यह रपट समाज में असमानता की गहराई खाई पर उतनी ही प्रकाश डालती है. तभी तो दुनिया के 1% लोगों का कुल संपत्ति के 45% पर कब्जा है. इस संपत्ति को अगर हम रकम में बदलें तो ये करीब 166.5 लाख करोड़ डॉलर होगी.
इस रिपोर्ट में 6.43 करोड़ से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों की कुल तादाद के बारे में भी बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में ऐसे परिवारों की कुल संख्या 1.79 करोड़ है. सबसे ज़्यादा ऐसे परिवार अमेरिका में रहते हैं. जबकि भारत के पड़ोसी मुल्क चीन ऐसे अमीर परिवारों की संख्या के मामले में दूसरे नंबर पर है. जानिए कहां रहते हैं कितने अमीर परिवार और कितनी है उनकी संपत्ति? इस रिपोर्ट में 6.43 करोड़ से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों की कुल तादाद के बारे में भी बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में ऐसे परिवारों की कुल संख्या 1.79 करोड़ है. सबसे ज़्यादा ऐसे परिवार अमेरिका में रहते हैं. जबकि भारत के पड़ोसी मुल्क चीन ऐसे अमीर परिवारों की संख्या के मामले में दूसरे नंबर पर है. जानिए कहां रहते हैं कितने अमीर परिवार और कितनी है उनकी संपत्ति?
इस रिपोर्ट में 6.43 करोड़ से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों की कुल तादाद के बारे में भी बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में ऐसे परिवारों की कुल संख्या 1.79 करोड़ है. सबसे ज़्यादा ऐसे परिवार अमेरिका में रहते हैं. जबकि भारत के पड़ोसी मुल्क चीन ऐसे अमीर परिवारों की संख्या के मामले में दूसरे नंबर पर है. जानिए कहां रहते हैं कितने अमीर परिवार और कितनी है उनकी संपत्ति?
दुनिया में रहने वाले सबसे ज़्यादा अमीर परिवार उत्तर अमेरिका में बसते हैं. ऐसे परिवारों की कुल तादाद 76 लाख है. दूसरे नंबर पर मौजूद एशिया-पैसेफिक की तुलना में ये संख्या दोगुनी है. दुनिया के हर 5 अमीरों में 2 अमीर अमेरिका में बसते हैं. दुनिया में रहने वाले सबसे ज़्यादा अमीर परिवार उत्तर अमेरिका में बसते हैं. ऐसे परिवारों की कुल तादाद 76 लाख है. दूसरे नंबर पर मौजूद एशिया-पैसेफिक की तुलना में ये संख्या दोगुनी है. दुनिया के हर 5 अमीरों में 2 अमीर अमेरिका में बसते हैं.
दुनिया में रहने वाले सबसे ज़्यादा अमीर परिवार उत्तर अमेरिका में बसते हैं. ऐसे परिवारों की कुल तादाद 76 लाख है. दूसरे नंबर पर मौजूद एशिया-पैसेफिक की तुलना में ये संख्या दोगुनी है. दुनिया के हर 5 अमीरों में 2 अमीर अमेरिका में बसते हैं.
तीसरे नंबर पर यूरोप का नंबर है, जहां कुल 40 लाख अमीर परिवार रहते हैं. पश्चिमी यूरोप में ऐसे परिवारों की संख्या 38 लाख है, जबकि पूर्वी यूरोप में महज़ 2 लाख अमीर परिवार रहते हैं. तीसरे नंबर पर यूरोप का नंबर है, जहां कुल 40 लाख अमीर परिवार रहते हैं. पश्चिमी यूरोप में ऐसे परिवारों की संख्या 38 लाख है, जबकि पूर्वी यूरोप में महज़ 2 लाख अमीर परिवार रहते हैं.
तीसरे नंबर पर यूरोप का नंबर है, जहां कुल 40 लाख अमीर परिवार रहते हैं. पश्चिमी यूरोप में ऐसे परिवारों की संख्या 38 लाख है, जबकि पूर्वी यूरोप में महज़ 2 लाख अमीर परिवार रहते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक 6.43 करोड़ डॉलर से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों को अमीर माना गया है. चौथे पर जापान का नाम आता है, जहां 12 लाख अमीर परिवार बसते हैं. इसके बाद मीडिल ईस्ट-अफ्रीकी महाद्वीप में 8 लाख और लैटिन अमेरिका में 5 लाख अमीर परिवार हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 6.43 करोड़ डॉलर से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों को अमीर माना गया है. चौथे पर जापान का नाम आता है, जहां 12 लाख अमीर परिवार बसते हैं. इसके बाद मीडिल ईस्ट-अफ्रीकी महाद्वीप में 8 लाख और लैटिन अमेरिका में 5 लाख अमीर परिवार हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक 6.43 करोड़ डॉलर से ज़्यादा संपत्ति वाले परिवारों को अमीर माना गया है. चौथे पर जापान का नाम आता है, जहां 12 लाख अमीर परिवार बसते हैं. इसके बाद मीडिल ईस्ट-अफ्रीकी महाद्वीप में 8 लाख और लैटिन अमेरिका में 5 लाख अमीर परिवार हैं.
दुनिया की कुल 45% संपत्ति पर 1% परिवारों की कब्ज़ा है. इसका मतलब 1.79 करोड़ परिवारों की कुल संपत्ति 166.5 लाख करोड़ डॉलर है. रिपोर्ट के मुताबिक ये संपत्ति 2021 तक बढ़कर 50% से ज़्यादा हो जाएगी. अगर मुल्कों की बात करें तो कुल संपत्ति में से 55.7 लाख करोड़ डॉलर के मालिक परिवार उत्तरी अमेरिका में बसते हैं. जो सबसे ज़्यादा हैं. दूसरे नंबर पर यूरोप है जहां 44.1 लाख करोड़ डॉलर संपत्ति के मालिक परिवार बसते हैं. दुनिया की कुल 45% संपत्ति पर 1% परिवारों की कब्ज़ा है. इसका मतलब 1.79 करोड़ परिवारों की कुल संपत्ति 166.5 लाख करोड़ डॉलर है. रिपोर्ट के मुताबिक ये संपत्ति 2021 तक बढ़कर 50% से ज़्यादा हो जाएगी. अगर मुल्कों की बात करें तो कुल संपत्ति में से 55.7 लाख करोड़ डॉलर के मालिक परिवार उत्तरी अमेरिका में बसते हैं. जो सबसे ज़्यादा हैं. दूसरे नंबर पर यूरोप है जहां 44.1 लाख करोड़ डॉलर संपत्ति के मालिक परिवार बसते हैं.
दुनिया की कुल 45% संपत्ति पर 1% परिवारों की कब्ज़ा है. इसका मतलब 1.79 करोड़ परिवारों की कुल संपत्ति 166.5 लाख करोड़ डॉलर है. रिपोर्ट के मुताबिक ये संपत्ति 2021 तक बढ़कर 50% से ज़्यादा हो जाएगी. अगर मुल्कों की बात करें तो कुल संपत्ति में से 55.7 लाख करोड़ डॉलर के मालिक परिवार उत्तरी अमेरिका में बसते हैं. जो सबसे ज़्यादा हैं. दूसरे नंबर पर यूरोप है जहां 44.1 लाख करोड़ डॉलर संपत्ति के मालिक परिवार बसते हैं.
ट्रेंड्स के मुताबिक आगामी 5 साल में सभी महाद्वीपों में एशिया में सबसे तेज़ी से अमीर परिवारों की संख्या में इज़ाफा होगा. 2016 तक 38.4 लाख करोड़ डॉलर अमीरों की कुल संपत्ति रही. अगर 2021 तक अनुमानित संपत्ति की बात करें तो ये 61.36 लाख करोड़ डॉलर होगी. ये इज़ाफा करीब 9.9 सालाना की दर से होगा. ट्रेंड्स के मुताबिक आगामी 5 साल में सभी महाद्वीपों में एशिया में सबसे तेज़ी से अमीर परिवारों की संख्या में इज़ाफा होगा. 2016 तक 38.4 लाख करोड़ डॉलर अमीरों की कुल संपत्ति रही. अगर 2021 तक अनुमानित संपत्ति की बात करें तो ये 61.36 लाख करोड़ डॉलर होगी. ये इज़ाफा करीब 9.9 सालाना की दर से होगा.
ट्रेंड्स के मुताबिक आगामी 5 साल में सभी महाद्वीपों में एशिया में सबसे तेज़ी से अमीर परिवारों की संख्या में इज़ाफा होगा. 2016 तक 38.4 लाख करोड़ डॉलर अमीरों की कुल संपत्ति रही. अगर 2021 तक अनुमानित संपत्ति की बात करें तो ये 61.36 लाख करोड़ डॉलर होगी. ये इज़ाफा करीब 9.9 सालाना की दर से होगा.
मीडिल ईस्ट और अफ्रीकी महाद्वीप में इज़ाफे का प्रतिशत 8.1% रहेगा. सबसे धीमी रफ्तार जापान की रहेगी, क्योंकि आर्थिक मोर्चे पर जापान की रफ्तार सुस्त है. मीडिल ईस्ट और अफ्रीकी महाद्वीप में इज़ाफे का प्रतिशत 8.1% रहेगा. सबसे धीमी रफ्तार जापान की रहेगी, क्योंकि आर्थिक मोर्चे पर जापान की रफ्तार सुस्त है.
मीडिल ईस्ट और अफ्रीकी महाद्वीप में इज़ाफे का प्रतिशत 8.1% रहेगा. सबसे धीमी रफ्तार जापान की रहेगी, क्योंकि आर्थिक मोर्चे पर जापान की रफ्तार सुस्त है.
(साभार: न्यूज़-18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com