व्यापार युद्घ की आहट से गिरावट
मुंबई, 23 मार्च: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर बढ़ते तनाव की आशंका से आज भारत सहित दुनिया भर के बाजारों में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच गतिरोध से वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी और कंपनियों की आय में गिरावट की चिंता से निवेशकों में घबराहट है। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन से होने वाले आयात पर सालाना 60 अरब डॉलर मूल्य का शुल्क लगाया है। इसके जवाब में चीन ने 128 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाने की योजना की घोषणा की है।
इस कदम से एशिया, यूरोप और अमेरिका के बाजारों में बिकवाली हावी हो गई और लगभग सभी बाजारों में करीब 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि विदेशी निवेशकों की ओर से थोड़ी लिवाली होने से घरेलू बाजार में अपेक्षाकृत कम गिरावट आई। बेंचमार्क निफ्टी 1.15 फीसदी गिरकर 9,998 अंक पर बंद हुआ। 50 ब्ल्यूचिप कंपनियों का सूचकांक 9 अक्टूबर के बाद पहली बार 10,000 के नीचे पहुंच गया। सेंसेक्स 1.24 फीसदी नीचे 32,597 अंक पर बंद हुआ, जो 5 दिसंबर के बाद इसका निचला स्तर है।
कच्चे तेल की ऊंची कीमतों, राजनीतिक अनिश्चितता और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में धोखधड़ी के बीच व्यापार युद्घ की आशंका ने भारतीय बाजार की चिंता और बढ़ा दी है। जनवरी के रिकॉर्ड उच्च स्तर से बाजार में करीब 10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इलारा कैपिटल के संस्थागत इक्विटी प्रमुख रवि मुतुकृष्णन ने कहा, 'व्यापार युद्घ की आशंका ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। बाजार में आगे और गिरावट आ सकती है। वैश्विक घटनाक्रम और घरेलू स्तर पर राजनीतिक अनिश्चितता से बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।' हालांकि उन्होंने कहा कि गिरावट ने दीर्घावधि के लिहाज से निवेशकों को अच्छा अवसर उपलब्ध कराया है।
तेज गिरावट के बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 16.3 अरब रुपये की लिवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 9.3 अरब रुपये के शेयर बेचे। एएमपी कैपिटल के निवेश रणनीति प्रमुख शेन ओलिवर ने कहा, 'शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है लेकिन व्यापक स्तर पर देखें तो बाजार में मजबूती बनी रह सकती है।' बीएसई धातु सूचकांक में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 13 अरब रुपये के धोखाधड़ी का नया मामला सामने आने के बाद बैंकिंग सूचकांक में 8.3 फीसदी की गिरावट देखी गई। सेंसेक्स कंपनियों में येस बैंक, ऐक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 3 से 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप भी गिरावट पर बंद हुए। बीएसई में करीब 2,150 शेयर गिरावट पर, वहीं 558 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। तेज गिरावट के बावजूद लंबी अवधि के औसत के हिसाब से शेयरों का मूल्यांकन ऊंचा बना हुआ है। सेंसेक्स अगले 12 महीनों के आय के अनुमान से 17.3 गुना पर कारोबार कर रहे हैं। जनवरी में इनके मूल्यांकन में करीब 20 गुना इजाफा हुआ है।
(साभार: बिजनेस स्टैण्डर्ड)
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