राम मंदिर के खिलाफ फैसला हिंदू पक्ष नहीं करेगा स्वीकार: विहिप
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश चंद्र ने कहा कि अगर कोर्ट का फैसला राममंदिर के पक्ष में नहीं होता तो ऐसे में हिंदू समाज एक बार फिर राम लला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए लड़ाई शुरू करेगा.
उत्तर प्रदेश, 21मार्च: अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश चंद्र ने कहा है कि किसी भी सूरत में राम मंदिर के खिलाफ फैसला स्वीकार नहीं किया जाएगा. बुधवार को महंत नृत्य गोपाल दास के आवास पर पत्रकार वार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी. अयोध्या मामले में 23 मार्च को डे-टू-डे सुनवाई पर उन्होंने कहा कि अब निरंतर सुनवाई शुरू होनी चाहिए, जिससे जल्द निर्णय हो सके. दिनेश चंद्र ने राम मंदिर निर्माण में बाधाओं को दूर करने के संबंध में कहा कि कोर्ट का फैसला पक्ष या विपक्ष में होने के बावजूद विहिप केंद्र सरकार से आग्रह करना चाहती है कि मंदिर निर्माण की बाधाओं को जल्द दूर कर मंदिर निर्माण की दिशा प्रशस्त करे.
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश चंद्र ने कहा कि अगर कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में नहीं होता तो ऐसे में हिंदू समाज एक बार फिर रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए लड़ाई शुरू करेगा. हालाकिं उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर संत समाज मंदिर निर्माण के लिए केंद्र से कानून बनाकर मंदिर निर्माण के लिए अपील करेगा. अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश चंद्र ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी अवस्था में अयोध्या के अंदर बाबरी मस्जिद का निर्माण स्वीकार नहीं किया जाएगा. साथ ही कहा कि हिंदू समाज मंदिर के साथ मस्जिद को स्वीकार नहीं करेगा.
हालांकि उन्होंने कहा कि जिस तरह हाईकोर्ट ने राम जन्मभूमि स्थल को स्वीकार किया, उसी तरह सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला आएगा. राम मंदिर के पक्ष में अकाट्य सबूत हैं. उससे लगता है कि फैसला राम मंदिर के पक्ष में ही आएगा. खिलाफ फैसला आया तो जिस तरह 1582 से हिंदू समाज लड़ता आया है, उसी तरह लड़ेगा. (रिपोर्ट: निमिष गोस्वामी).
(साभार: न्यूज़18)
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