कार्ति चिदंबरम को सोने नहीं दे रही सीबीआई, जगाए रखने के लिए जलाते हैं चमकीली लाइट: अभिषेक मनु सिंघवी
नई दिल्ली: 'कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को लगातार चमकीली लाइट्स में रखा जा रहा है और उन्हें सोने नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं कार्ति का स्वास्थ्य केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की कस्टडी में सही नहीं है।' यह बातें उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने स्पेशल कोर्ट में कही है। सिंघवी के ये आरोप कार्ति की रिमांड 3 दिन और बढ़ाए जाने के ठीक बाद लगाया। शुक्रवार को अदालत में बहस के दौरान सिंघवी ने कहा कि कार्ति के ब्लड प्रेशर का लेवल लगातार उतार चढ़ाव हो रहा है और उन्हें सुबह 2.30 बजे तक सोने नहीं दिया गया। सिंघवी ने कहा कि एक विशेष रात में, 'कार्ती को उनते सेल से दूसरे में स्थानांतरित कर दिया गया जहां चार गार्ड मौजूद थे। कार्तिक को जगाए रखने के लिए, गार्ड गपशप कर रहे थे और कार्ड खेल रहे थे।'
तुषार मेहता ने कहा कि...
हालांकि CBI की ओर से अदालत में मौजूद एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि 'जांच एजेंसी कार्ति को जगाए रखने या उन्हें परेशान करने का प्रयत्न नहीं कर रही है।' मेहता ने कहा कि 'मैं उनसे जबसे मिलता हूं, सबसे पहले उनसे स्वास्थ्य के बारे में पूछता हूं। मैं उनसे पूछता हूं कि वो कैसे हैं और क्या वो आराम से हैं।'
सिंघवी ने की घर के खाने की दरख्वास्त सिंघवी ने एक मेडिकल रिपोर्ट पेश की जिसमें 46 वर्षीय कार्ति का ब्लड प्रेशर 140/90 था, जबकि 8 मार्च को यह 150/100 था। सिंघवी ने कार्ति के स्वास्थ्य की स्थिति का हवाला देते हुए घरेलू भोजन की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया।हालांकि अदालत ने सिंघवी को अपील को खारिज करते हुए फैसला CBI पर छोड़ा। अदालत ने कहा कि अगर CBI घर से खाना लाने की इजाजत देती है तो कोई कोई दिक्कत नहीं है।
'कार्ति पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे' दूसरी ओर इसी मामले से जुड़े एक CBI के अधिकारी ने अंग्रेजी समाचार पत्र को नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि कार्ति पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कुछ भी पूछे जाने पर वो कह रहे हैं कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिस रची गई है और वो बात नहीं करेंगे।
(साभार- One India)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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