बैंक घोटाले पर विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा दूसरी बार स्थगित
नयी दिल्ली 06 मार्च 2018: विपक्षी सदस्यों ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में घोटालों, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन तथा आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दों पर आज लगातार दूसरे दिन राज्यसभा में जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीसरी बार साढे तीन बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
इससे पहले सुबह भी इन मुद्दों पर हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही पहले साढे ग्यारह बजे और फिर दो बजे तक स्थगित की गयी जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका।
भाेजनावकाश समाप्त होने के बाद जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई तृणमूल कांग्रेस , अन्नाद्रमुक, तेलुगू देशम और कांग्रेस के सदस्य आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जहां बैंकों में घोटाले का मुद्दा उठा रहे थे वहीं अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे थे और तेलुगू देशम पार्टी के सदस्य आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के संबंध में नारे लगा रहे थे।
उप सभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों से शांत रहने और अपनी जगहों पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि सरकार बैंकों के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि बैंकों में घोटाले आज से नहीं लंबे समय से होते आ रहे हैं और सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है। उन्होंने कांग्रेस पर चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसका मकसद केवल सदन में अव्यवस्था का माहौल बनाना है। श्री गोयल ने कहा कि बजट सत्र का दूसरा चरण बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक पारित किये जाने हैं। सारा देश सदन की कार्यवाही और यहां के माहौल को देख रहा है। इसका अच्छा असर नहीं होगा।
श्री कुरियन ने भी कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है तो सदन में व्यवधान का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सदस्यों की बात सुनने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें शांति के साथ अपनी जगहों पर लौटना होगा। हाथों में नारों वाली तख्ती लहरा रहे सदस्यों पर सख्त टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि यह नियमों के विरूद्ध है। उनकी किसी भी बात का सदस्यों पर असर नहीं होते देख श्री कुरियन ने कार्यवाही साढे तीन बजे तक स्थगित कर दी।
(साभार- वार्ता)
संपादक- स्वतंत्र भारत
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