नेतन्याहू की ईरान को वॉर्निंग- सब्र का इम्तिहान ना लें, कॉन्फ्रेंस में दिखाया जासूसी ड्रोन का टुकड़ा.
इजरायल दावा करता है कि 10 फरवरी को उसने सीरिया से अपनी सीमा में घुसे ईरानी जासूसी ड्रोन को मार गिराया था।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने म्यूनिख सिक्युरिटी कॉन्फ्रेंस के दौरान ईरान पर जासूसी ड्रोन भेजने का आरोप लगाया।
म्यूनिख.इजरायल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू ने ईरान को वॉर्निंग दी। म्यूनिख सिक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में स्पीच के दौरान नेतन्याहू ने कहा, “ईरान के तानाशाहों के लिए मेरे पास एक मैसेज है। हमारे सब्र का इम्तिहान ना लिया जाए।” इस दौरान उन्होंने एक गहरे हरे रंग के एक टुकड़े को दिखाते हुए कहा कि ये ईरान के ड्रोन का बचा हुआ हिस्सा है जिसे इजरायल ने मार गिराया है। इजरायल का दावा है कि 10 फरवरी को उसने सीरिया के रास्ते देश की हवाई सीमा में घुसे एक जासूसी ड्रोन को मार गिराया था। इसके बाद इजरायली सेना ने सीरिया स्थित कंट्रोल रूम पर छापे भी मारे थे। हालांकि, ईरान ड्रोन भेजने की बात से इनकार करता रहा है।
ईरान पर इजरायल के आरोप?
- स्पीच के दौरान नेतन्याहू ने कॉन्फ्रेंस में मौजूद ईरान के प्रतिनिधि और विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ पर ईरान का झूठ बोलने वाला प्रवक्ता बताया।
- इसके साथ ही नेतन्याहू ने ड्रोन का टुकड़ा दिखाकर जरीफ से कहा, “क्या आप इसे पहचानते हैं? जरूर पहचानते होंगे, ये आपका ही है। हमारे सब्र का इम्तिहान ना लें।”
क्यों बढ़ी इजरायल-ईरान की तकरार?
- बीते हफ्ते इजरायल-ईरान की सेना पहली बार सीधे तौर पर उलझी थीं। इजरायल ने आरोप लगाया था कि ईरान ने उसकी सीमा पर जासूसी के लिए एक ड्रोन भेजा था, जिसे उसकी सेना ने मार गिराया।
- इसके बाद इजरायल ने सीरिया स्थित ईरान के ठिकानों पर छापे मारे थे।
- इसी दौरान सीरियाई एयर डिफेंस ने इजरायल के F-16 फाइटर जेट को गिराया। हालांकि, पायलट बच गया था।
- माना जाता है कि 2006 के बाद ये पहला मौका है जब इजरायल का कोई जेट दुश्मन के हमले का शिकार बना हो। नेतन्याहू ने हमले को इजरायल की संप्रभुता पर हमला बताते हुए कहा था कि इजरायल अब खुद अपनी रक्षा करेगा।
साभार: भाष्कर)
संपादक: स्वतंत्र भारत न्यूज़
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