त्रिपुरा विधानसभा चुनाव :74 फीसदी मतदान - पिछले बार से 17 प्रतिशत कम मतदान.
296 उम्मीदवारों के भाग्य का फ़ैसला ईवीएम मे बंद.
सीपीएम उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबबर्मा के निधन के कारण विधानसभा-चारी-लाम का मतदान स्थगित.
त्रिपुरा: आज रविवार को त्रिपुरा मे विधानसभा की 59 सीटों के लिए मतदान हुआ, तथा प्राप्त जानकारी के अनुसार 74 फ़ीसदी मतदान हुआ।
इस विधान-सभा चुनाव में 296 उम्मीदवारों के भाग्य का फ़ैसला ईवीएम मे बंद हो गया है।
त्रिपुरा मे विधानसभा की 60 सीटें हैं, परन्तु सीपीएम उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबबर्मा के निधन के कारण विधानसभा-चारी-लाम का मतदान स्थगित कर दिया गया है।
इस सीट पर अब 12 मार्च को मतदान होगा. शाम 4 बजे तक 74 फ़ीसदी मतदान हुआ।
मुख्यमंत्री माणिक सरकार भाजपा प्रदेश प्रमुख बिपलब कुमार देब और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा समेत कई राजनायिक नेताओं ने भी वोट दिया। प्राथमिक तौर पर सभी मतदान केन्द्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान चल रहा है। इस बार कुल 292 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि 2013 में कुल 249 उम्मीदवार थे। इस बार सीपीआईएम के नेतृत्व वाले वाम गठबंधन और बीजेपी आईपीएफटी गठबंधन के बीच चुनावी जंग होगा। पुलिस महानिरीक्षक वी. श्रीजेश ने आकाशवाणी को बताया कि अभी तक राज्य में कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्याप्त सुरक्ष व्यवस्था की गई है।
जहां भा.ज.पा. इस राज्य में वाम शासन का 25 साल पुराना गढ़ ढहाने की जी-तोड़ कोशिश में जुटी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जैसे पार्टी के दिग्गज खुद ही इस अभियान के अगुवा हैं. भाजपा ने 51 सीटों पर उम्मीदवार उतार रखे हैं. उसने इंडिजिनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) से चुनावपूर्व गठबंधन किया था. बाकी नौ सीटों पर वामविरोधी आईपीएफटी ने अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं, वहीँ मुख्यमंत्री मानिक सरकार ने अपनी पत्नी पांचाली भट्टाचार्य के साथ मतदान करने के बाद कहा, "यह निश्चित है कि इस चुनाव के बाद वाममोर्चे की आठवीं सरकार बनेगी. हमें इसकी पूरी उम्मीद है."
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