नासा का सुपरसॉनिक विमान, आवाज़ से भी तेज़ है इसकी रफ़्तार...
दावा किया जा रहा है कि नासा का ये प्लेन 'क्वायट सुपरसॉनिक' प्लेन होगा, जिसका नाम 'Concorde 2' रखा जाएगा.
नासा जल्दी ही एक ऐसा प्लेन बना सकती है, जिससे दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुँचना बेहद आसान हो जाएगा. दावा किया जा रहा है कि नासा का ये प्लेन 'क्वायट सुपरसॉनिक' प्लेन होगा, जिसका नाम 'Concorde 2' रखा जाएगा.
सुपरसॉनिक होने का मतलब साफ़ है कि इसकी रफ़्तार आवाज़ से भी तेज़ होगी. दावा किया जा रहा है कि ये प्लेन आवाज़ की रफ़्तार से दोगुनी रफ़्तार से उड़ान भरेगा. और 'क्वायट सुपरसॉनिक' होने का मतलब ये है कि ये प्लेन बेहद कम आवाज़ करेगा और यही इस प्लेन की सबसे बड़ी ख़ासियत भी होगी.
इससे पहले भी सुपरसॉनिक प्लेन बनाने के प्रयोग हुए हैं, लेकिन उनसे होने वाला शोर सबसे बड़ी मुसीबत साबित हुआ है. लगातार सुपरसॉनिक प्लेन की तकनीक पर हो रहे प्रयोगों के बीच नासा की कोशिश इस तकनीक का फ़ायदा लोगों तक पहुँचाने की है. माना जा रहा है कि इस तरह का प्लेन साल 2021 तक तैयार कर लिया जाएगा.
प्लेन तैयार होने के बाद लंदन से न्यू यॉर्क की दूरी महज़ 3 घंटे में तय की जा सकेगी. जबकि दोनों शहरों के बीच हवाई रास्ते के ज़रिये साढ़े 5 हज़ार किलोमीटर की दूरी है.
मैड्रिड और टोक्यो के बीच हवाई सफ़र तकरीबन 10 हज़ार 700 किलोमीटर लम्बा है लेकिन ये दूरी इस तरह के प्लेन से महज़ पौने 6 घंटे में तय की जा सकती है.
इसी तरह वॉशिंगटन से रोम के बीच हवाई दूरी क़रीब 7 हज़ार 200 किलोमीटर है लेकिन ये रास्ता सुपरसॉनिक प्लेन के ज़रिये 4 घंटे से भी कम वक़्त में तय किया जा सकता है.
(साभार: News 18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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