UP बजट 2018: विपक्ष ने बताया दिशाहीन, कहा- केंद्र सरकार से निर्देशित है योगी का बजट
योगी सरकार ने अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया है।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा, वित्त मंत्री द्वारा जो बजट पेश किया गया है वो दिशाहीन है।
लखनऊ.योगी सरकार ने अपने कार्यकाल का दूसरा बजट किया। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने विधानसभा में 4 लाख 28 हजार 384.52 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। बजट में किसान और युवाओं का विशेष ध्यान दिया गया है। सीएम योगी ने वित्तमंत्री और उनकी टीम को बधाई दी है। वहीं, विपक्ष ने सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को दिशाहीन बताया है।
-सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ''यूपी का बजट नाउम्मीदगी से भरा है। न बेहाल किसानों के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया है और न बेरोजगार युवाओं के लिए कोई कारगर योजना है। उद्योग-व्यापार के लोगों को भी सिर्फ निराशा हाथ लगी है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे जरूरी विषय भी उपेक्षित हुए हैं। कुल मिलाकर केंद्रीय बजट की तरह ये यूपी का बजट भी निराशाजनक है।''
- वहीं, नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा, आज वित्त मंत्री द्वारा जो बजट पेश किया गया है वो दिशाहीन बजट है। गरीब, नौजवानों के लिए निराशाजनक बजट है। हर साल बजट का आकार भले ही बढ़ाया गया हो, लेकिन जनता को झुनझुना थमाने जैसा है। ये बजट सोची समझी साजिश के तहत जनता को ठगने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि पूरा बजट केंद्र सरकार द्वारा ही प्रभावित और निर्देशित है।
क्या कहा बसपा ने
-वहीं, बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि बजट घोर निराशाजनक है। बजट जनता के लिए निराशाजनक है। पिछले बजट की विभिन्न योजनाओं का 60 प्रतिशत खर्च नहीं हुआ है जिस कारण।
इस बजट से घाटा और बढ़ेगा।
क्या कहा कांग्रेस ने
-बजट पर कांग्रेस नेता अजय सिंह लल्लू ने कहा कि जनता को उम्मीद थी कि इस बजट में नई योजनाएं किसानों और नौजवानों के लिए होंगी। आलू और गन्ना किसानों के लिए अपेक्षित विशेष पैकेज इस बजट नहीं दिया गया है। 14 लाख हर साल रोजगार देने की बात सरकार ने की थी, वो इस बजट में दिखाई नहीं दिया। कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने का खाका इस बजट में नहीं दिखाई दिया। 1 पैसे की नई योजनाओं का सृजन नहीं किया है। केंद्र सरकार और भगवान राम के भरोसे चल रही हैं योगी सरकार।
(साभार: भाष्कर)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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