रामराज्य रथ यात्रा पहुंची काशी, मुस्लिम महिलाओं ने उतारी आरती
रामराज्य रथयात्रा काशी पहुंची.
अयोध्या से शुरू हुई रामराज्य रथयात्रा काशी पहुंची. जगह-जगह स्वागत के बीच हुकुलगंज में मुस्लिम महिलाओं ने आरती उतारकर यात्रा का स्वागत किया. गुरुवार सुबह ये यात्रा काशी से प्रयाग के लिए रवाना हो गई. चुनावी साल में राम मंदिर मुद्दे को गरमाने की फिर से तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए बजरंग दल पूरे देश में रामराज्य रथयात्रा निकाल रहा है. महाशिवरात्रि के दिन अयोध्या से शुरू हुई रामराज्य रथयात्रा बुधवार देर शाम बनारस पहुंची. 41 दिन तक विभिन्न राज्यों से गुजरने वाली इस यात्रा का समापन 25 मार्च को रामनवमी के दिन रामेश्वर में होगा. जौनपुर के रास्ते वाराणसी पहुंची इस यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया.
राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए रामराज्य रथयात्रा देश के विभिन्न राज्यों से गुजरेगी. हुकुलगंज में मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से मुस्लिम महिलाओं ने आरती उतारकर यात्रा का स्वागत किया. रथयात्रा गिलट बाजार, भोजूवीर, पुलिस लाइन चौकाघाट, मलदहिया, इंग्लिशिया लाइन होते हुए राम जानकी मंदिर लहरतारा पर रुकी. यहां रात्रि प्रवास के बाद गुरुवार सुबह रथयात्रा काशी से प्रयाग के लिए रवाना हो गई. रथयात्रा के साथ 50 संतों की टोली भी चल रही है.
यात्रा के साथ चल रहे शक्ति शांतानंद महर्षि ने कहा कि अगले साल रामनवमी तक राम जन्मभूमि पर मंदिर बन जाएगा. इसके बाद साल 2020 में रामराज्य के लिए एक यात्रा कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली जाएगी. उन्होंने कहा कि बिना राममंदिर के रामराज्य मुमकिन नहीं है. ये किसी पार्टी की यात्रा नहीं है. सभी का स्वागत है. उन्होंने इसके साथ कुछ मांगें भी सामने रखीं. मसलन, रविवार के सार्वजनिक अवकाश की जगह गुरुवार का अवकाश होना चाहिए. विश्व हिंदू दिवस घोषित होना चाहिए. पाठ्यक्रम में रामायण शामिल हो.
यात्रा का स्वागत कर आरती उतारने वाली मुस्लिम महिला फाउंडेशन की सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं, बाबर नहीं. जो मुस्लिम बाबर को पूर्वज बताएंगे, उन्हें इतिहास कभी माफ नहीं करेगा. भारत में पैदा होने वाले हर शख्स के राम पूर्वज हैं.
(साभार: News 18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com