लखनऊ (U.P.): विपक्ष के हंगामे के कारण विधानपरिषद स्थागित, SP बोली- RSS की गोद में बैठकर CM बने हैं योगी
> योगी सरकार 16 फरवरी को बजट पेश करेगी।
लखनऊ.यूपी विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन विधान परिषद और विधानसभा में हंगामा हुआ। हंगामे के बाद विधानपरिषद की कार्रवाई मंगलवार तक के लिए स्थागित कर दी गई। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि इलाहाबाद की घटना को लेकर हम लोगों ने विधानपरिषद में हंगामा किया। इलाहाबाद की घटना को अंजाम देने वाले लोग भारतीय जनता पार्टी के समर्थक लोग थे। दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। अत्याचारों पर अंकुश लगाने में असमर्थ है और महिलाओं को सुरक्षा देने में बीजेपी सरकार असमर्थ है।
आरएसएस की गोद में बैठकर सीएम बने हैं योगी
- सपा सदस्यों ने समाजवाद को आतंकवाद से जोड़ने पर किया बाले सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर विधान परिषद में किया हंगामा। सपा एमएलसी सुनील साजन ने कहा कि जब तक योगी आदित्यनाथ माफी नही मांगेंगे तब तक सदन नहीं चलेगा।
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को समाजवादियों का इतिहास नहीं मालूम है। योगी जी आरएसएस की गोद मे बैठकर सीएम बने हैं। आरएसएस के लोग बताएं कि आजादी की लड़ाई में उनका क्या योगदान रहा है।
पहले दिन पेश किए गए थे 5 अध्यादेश
- सत्र के पहले दिन सदन के पटल में उत्तर प्रदेश सहकारी समिति (संशोधन) अध्यादेश 2018, उत्तर प्रदेश नगर निगम (संशोधन) अध्यादेश 2018, उत्तर प्रदेश नगर पालिका (संशोधन) अध्यादेश 2018, उत्तर प्रदेश आबकारी (संशोधन) अध्यादेश 2018 और उत्तर प्रदेश क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत (संशोधन) अध्यादेश 2018 रखे गए थे।
विधानसभा में भी हंगामा
- इलाहाबाद में छात्र की मौत का मुद्दा विधानसभा में उठा। यहां सपा के विधायकों ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमले किए।
राज्यपाल के अभिभाषण में विपक्ष ने किया था हंगामा
- सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। विपक्ष ने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए थे। वहीं, राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा था कि मेरी सरकार योजनाओं का लाभ प्रदेश के आखरी व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर रही है। मेरी सरकार विकास का कार्य कर रही है।
- मेरी सरकार ने एंटी भूमाफिया के माध्यम से सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों को जेल पहुंचाया है। यूपी में संगठित रूप से अपराध करने वाले लोगों के खिलाफ यूपीकोका जैसा सख्त कानून लाया गया है।
- राष्ट्रीय बीमा कानून के अंतर्गत बड़ी संख्या में लोगों को यूपी में बीमाकरण किया गया। हमारी सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय खोलने का प्रबंध किया है।
कासगंज मुद्दे पर विपक्ष का हमला
- विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कासगंज मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला था। बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने कहा था कि कासगंज हिंसा मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कासगंज मामले पर सरकार की मानसिकता दूषित है। पूरे प्रदेश में दंगा कराने की नियत से 26 जनवरी को घटना हुई है।
-सपा एमएलसी अहमद हसन ने कहा था कि कासगंज की घटना सरकार की नाकामी का उदाहरण है। सरकार निष्पक्ष नहीं है। सपा ने चंदन के लिए 50 लाख के मुआवजे की बात की है। कासगंज में आज भी स्थिति अच्छी नहीं है। सरकार गुनाहगार लोगों को संरक्षण दे रही है इसकी जांच कोर्ट द्वारा होनी चाहिए।
(साभार: भास्कर)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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