बेबुनियाद इल्जाम लगाना भारत की आदत, वो सरहद पार कोई हरकत ना करे: सुंजवान अटैक के बाद PAK
> जम्मू में सुंजवान आर्मी कैम्प पर हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत को वॉर्निंग दी है।
> सुंजवान में 10 फरवरी को आर्मी कैम्प पर आतंकियों ने अटैक किया।
इस्लामाबाद/श्रीनगर. जम्मू में सुंजवान आर्मी कैम्प पर हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत को वॉर्निंग दी है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी भी मामले की सही तरीके से जांच शुरू होने से पहले ही गैरजिम्मेदाराना बयान देना और बेबुनियाद आरोप लगाना भारतीय अधिकारियों की आदत है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, PAK फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा, "हम इंटरनेशनल कम्युनिटी से अपील करते हैं कि वो भारत से इंडियन ऑकुपाइड कश्मीर (IoK) में अत्याचार और मानवाधिकारों का उल्लंघन बंद करे और लाइन ऑफ कंट्रोल के पार किसी भी तरह की हरकत (मिसएडवेंचर) से दूर रहे।" बता दें उड़ी अटैक और सीजफायर वॉयलेशन के जवाब में भारत दो बार लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पारकर पाकिस्तान ओरिएंटेड कश्मीर (PoK) में सर्जिकल स्ट्राइक कर चुका है।
पाकिस्तान को ऐसा बयान क्यों देना पड़ा?
- जम्मू-कश्मीर में 3 दिन के भीतर दो टेररिस्ट अटैक हुए। पहला हमला 10 फरवरी को तड़के जम्मू के सुंजवान में आर्मी कैम्प पर हुआ। यहां 5 जवान शहीद हुए और एक सिविलयन की जान गई। जवाबी कार्रवाई में 3 टेररिस्ट मारे गए। दूसरा हमला 12 फरवरी को श्रीनगर के सीआरपीएफ कैम्प पर हुआ। गोलीबारी में एक जवान शहीद हुआ।
- जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद ने कहा था कि हमने कुछ बातचीत को इंटरसेप्ट किया है, जो हमलों के पीछे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का हाथ होने का इशारा कर रहे हैं। हालांकि, मंगलवार को सुंजवान और सीआरपीएफ कैम्प पर हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है।
कब और क्यों की भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक?
# सर्जिकल स्ट्राइक-1
कब हुई: 29 सितंबर 2016 को भारत ने LoC के पार PoK में सर्जिकल स्ट्राइक की। टेरर लॉन्च पैड को खत्म किया और 40 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया।
क्यों हुई:18 सितंबर 2016 को उड़ी में आर्मी बेस पर टेरर अटैक हुआ था। इस हमले में 19 जवान शहीद हुए थे। भारत ने JeM का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली थी। सर्जिकल स्ट्राइक इसी के जवाब में अंजाम दी गई।
#सर्जिकल स्ट्राइक-2
कब हुई: 26 दिसंबर 2017 को भारतीय सेना के घातक दस्ते ने LoC पार कर 45 मिनट में 3 पाकिस्तानी सैनिकों को मारकर लौट आए थे। इस दस्ते में 5 कमांडो थे।
क्यों हुई: 23 दिसंबर 2017 को राजौरी में हुए सीजफायर वॉयलेशन में 4 भारतीय जवान शहीद हुए थे। सर्जिकल स्ट्राइक-2 को उसी का नतीजा कहा गया।
इस बार कहां हुए हमले?
सुंजवान अटैक: 10 फरवरी को तड़के आतंकी आर्मी कैम्प में दाखिल हुए। हमले में 5 जवान शहीद हुए और एक सिविलियन की मौत हो गई। जवाबी कार्रवाई में आर्मी ने 3 टेररिस्ट ढेर कर दिए।
जम्मू CRPF कैम्प:12 फरवरी की सुबह सीआरपीएफ कैम्प में आतंकियों ने अटैक किया। हमले में एक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गया।
(साभार: भास्कर)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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