रूस में माइनस 67 डिग्री पहुंचा पारा, लोगों की पलकें तक जम गईं; कार ठीक करने गए 2 लोगों की मौत - अमेरिका में बर्फीले तूफान.
मॉस्को. रूस में कड़ाके की सर्दी में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कई इलाकों में टेम्परेचर माइनस से 50 डिग्री तक नीचे चला गया। मंगलवार को यहां के यकुतिया रीजन में पारा माइनस 67 डिग्री तक चला गया। आमतौर पर थर्मामीटर माइनस 50 डिग्री तक का पारा रिकॉर्ड कर सकते हैं, लेकिन टेम्परेचर इससे कम होने के चलते यहां थर्मामीटर तक खराब हो गए हैं। बता दें कि 10 लाख की पॉपुलेशन वाला यकुतिया रूस के सबसे ठंडे इलाकों में से एक है। यहां बच्चों ने माइनस 40 डिग्री की सर्दी में भी स्कूल जाना बंद नहीं किया था। हालांकि, मंगलवार को पुलिस ने लोगों को घर से ना निकलने की वॉर्निंग जारी की है।
- रूस के न्यूजपेपर साइबेरियन टाइम्स के मुताबिक, रूस के ओयम्याकोन गांव में भी टेम्परेचर माइनस 67 डिग्री दर्ज किया गया। बता दें कि अबतक दुनियाभर में सबसे ज्यादा ठंड 1993 में ओयम्याकोन में ही पड़ी थी। तब यहां का टेम्परेचर माइनस 71 डिग्री दर्ज किया गया था।
- इन्वेस्टिगेटर्स के मुताबिक, बीते हफ्ते अपनी कार ठीक करने जा रहे 5 में से 2 लोगों की ठंड से मौत हो गई थी। हालांकि, गर्म कपड़ों की वजह से 3 अन्य लोगों की जान बचा ली गई।
सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट कर रहे लोग
- सोशल मीडिया में लोग जमा देने वाली सर्दी में भी फोटोज पोस्ट कर रहे हैं। महिलाएं गर्म कपड़ों में अपनी जमी हुई पलकों की फोटोज पोस्ट कर रही हैं। वहीं कई लोग सेल्फी के साथ बर्फ में स्टंट की फोटोज भी शेयर कर रहे हैं।
- चूंकि, रूस में ऐसी ठंड आम है इसलिए लोकल और नेशनल मीडिया में इस खबर को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जा रही।
अमेरिका में बॉम्ब साइक्लोन से आया था बर्फीला तूफान
- नए साल की शुरुआत में ही अमेरिका के ईस्ट कोस्ट रीजन में बॉम्ब साइक्लोन के चलते हालात खराब हो गए थे। बर्फीले तूफान की वजब से देशभर को खराब ट्रैवल कंडीशन्स से जूझना पड़ा था। वहीं करीब 21 लोगों की ठंड लगने से मौत भी हो गई थी।
(साभार:- भाष्कर & एडिटेड बी स्वतंत्र भारत न्यूज़)
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