डॉ. शंकर सुवन सिंह को मिला गौरव रत्न सम्मान
प्रयागराज: प्रयागराज में स्थित शुएट्स विश्वविद्यालय के फ़ूड एंड डेरी इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत डॉ. शंकर सुवन सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर) को गौरव रत्न सम्मान से नवाजा गया!
"गौरव रत्न सम्मान" भारत में आधुनिक पशु चिकित्सा विज्ञान के जनक स्वर्गीय डॉ. सी एम सिंह की याद में प्रत्येक वर्ष दिया जाता है!
यह सम्मान कृषि अनुसन्धान / पशु अनुसन्धान के क्षेत्र में किये गए विशेष योगदान के लिए दिया जाता है!
डॉ शंकर सुवन सिंह ने डेरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र मे गौशालाओं में गायों के आहार, रखरखाव एवं दुग्ध की शुद्धता पर विशेष योगदान देने के लिए उनको इस सम्मान से नवाजा गया!
डॉ शंकर सुवन सिंह ने डेरी और फ़ूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगभग 60 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित कर चुके हैं!
इन शोध पत्रों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से फ़ूड टेक्नोलॉजी और डेरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अच्छा प्रभाव पड़ा है !
इन्होने बहुत से प्रसिद्द न्यूज़ पेपर , आई एस एस एन पंजीकृत मैगज़ीन आदि में अपने सम्पादकीय लेखों से विज्ञान एवं तकनिकी की भाषा को सरल भाषा में जन जन तक पहुंचा रहे हैं !
भारत सरकार के गृह मंत्रालय से छपने वाली पत्रिका राष्ट्रभाषा में भी इनके कई लेख प्रकाशित हो चुके हैं !
ये अब तक 8 किताबे लिख चुके हैं ! इन किताबों का समाज पर बहुत सकारात्मक असर पड़ा है !
इन्होने डेरी उत्पाद की शुद्धता की जांच के लिए एक यन्त्र भी बनाया जिसका पेटेंट इनके नाम पर यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने जारी किया !
इन्होने फ़ूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ब्रेड को स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से फोर्टिफिकेशन की मदद से कई प्रकार की ब्रेड बनाकर खाद्य प्रौद्योगिकी को नया आयाम दिया !
इस पुरस्कार से पहले भी इनको कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से नवाजा जा चूका है! उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा क़ि, "मैं विज़न 2047 के सपने को साकार करने में अपनी भूमिका का निर्वाहन कर रहा हूँ" !
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