'डाक घर निर्यात केन्द्र' स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है - पोस्टमास्टर जनरल - कृष्ण कुमार यादव
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा 'निर्यातकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं और डाक सेवाओं में प्रगति' पर आयोजित सत्र को संबोधित किया
'डाक घर निर्यात केन्द्र' के माध्यम से स्थानीय उद्यमियों को सशक्त बनाया जाएगा, स्थानीय उत्पादों की वैश्विक बाजार तक पहुंच प्राप्त होगी – पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव
नई दिल्ली (PIB): डाक विभाग लगातार अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है, नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को एकीकृत कर रहा है, समाज के अंतिम छोर तक पहुंच रहा है। कॉर्पोरेट ग्राहकों, निर्यातकों और स्थानीय उद्यमियों के लिए विभिन्न प्रकार की नई सुविधाओं की शुरुआत की गई हैं। 'डाक घर निर्यात केन्द्र' (डीएनके) स्थानीय व्यवसायों की निर्यात क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब, डाक नेटवर्क के माध्यम से ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद), जीआई (भौगोलिक संकेत) और एमएसएमई के उत्पाद तेजी से वैश्विक बाजारों तक पहुंचेंगे। उत्तर गुजरात क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने अहमदाबाद में गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) द्वारा आयोजित 'निर्यातकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं और डाक सेवाओं में प्रगति' पर संवादात्मक सत्र को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर, विभिन्न निर्यातकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के साथ-साथ पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से डाक सेवाओं की उन्नति पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जीसीसीआई के अध्यक्ष श्री संदीप इंजीनियर ने स्वागत भाषण दिया, लॉजिस्टिक्स टास्क फोर्स के चेरयमैन श्री हितेन वसंत ने मूल विषय पर भाषण दिया और महाजन संकलन समिति के चेयरमैन श्री आशीष झावेरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक चैनल के माध्यम से वाणिज्यिक निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों के लिए वन-स्टॉप गंतव्य के रूप में डाक घर निर्यात केंद्रों (डीएनके) की स्थापना की जा रही है। निर्यातकों को डीएनके के माध्यम से पार्सल बुक करने के लिए डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं है; वे इन्हें अपने घर से ही बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन सीमा शुल्क क्लीयरेंस भी उपलब्ध है। डीएनके निर्यात से संबंधित प्रलेखीकरण, बारकोड के साथ लेबल की छपाई, निर्यात के डाक बिल को ऑनलाइन दाखिल करने और दस्तावेज़-मुक्त सीमा शुल्क क्लीयरेंस की सुविधा प्रदान करता है। छोटे शहरों और गांवों के निर्यातक, कारीगर, व्यापारी और स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों को विश्व स्तर पर निर्यात करने के लिए डीएनके सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।
पोस्टमास्टर जनरल, श्री कृष्ण कुमार यादव ने स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने में डाक नेटवर्क की सुगमता और दक्षता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्पीड पोस्ट और बिजनेस पार्सल की छंटाई और वितरण के लिए विशेष छंटाई हब और नोडल वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। ई-कॉमर्स उत्पादों के लिए कैश-ऑन-डिलीवरी सेवाएं प्रदान की जा रही है। डाक वस्तुओं की सुपुर्दगी स्थिति को पोस्टमैन मोबाइल एप्लिकेशन (पीएमए) के माध्यम से वास्तविक समय में अपडेट किया जा रहा है। ऑनलाइन ट्रैक एंड ट्रेस की सुविधा भी प्रदान की गई है। डाक और पार्सल का त्वरित हस्तांतरण करने के लिए डाक विभाग द्वारा एक नई परिवहन नीति तैयार की गई है। भारतीय डाक और भारतीय रेलवे ने संयुक्त रूप से संयुक्त पार्सल उत्पाद के रूप में 'रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा' की शुरुआत की है। उन्होंने डाकघर में क्लिक एंड बुक सेवा, पार्सल पैकेजिंग इकाइयों और क्यूआर कोड के माध्यम से डिजिटल भुगतान की सुविधा का भी उल्लेख किया। पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने आगे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय डाक का त्वरित हस्तांतरण करने के लिए शाहीबाग, अहमदाबाद में विदेशी डाकघर और सूरत में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र की स्थापना की गई है। ऑन-स्पॉट सीमा शुल्क क्लीयरेंस उपलब्ध है। विश्व के 200 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पार्सल सेवा उपलब्ध है।
निर्यातकों के साथ बातचीत के दौरान, श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डाकघरों के माध्यम से पत्र, पार्सल और लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ धन प्रेषण, बचत बैंक, बीमा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, आधार, पासपोर्ट और कॉमन सर्विस सेंटर जैसी सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है। डाक सेवाओं ने अपनी यात्रा के दौरान ‘फिजिकल मेल से डिजिटल मेल’ और 'डाकिया डाक लाया से डाकिया बैंक लाया' तक अनेक नवाचार किए हैं।
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