किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण की सुविधा प्रदान करने हेतु वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट रेगुलेटरी अथॉरिटी और पंजाब एंड सिंध बैंक के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए: प्रधानमंत्री कार्यालय
कोई अतिरिक्त संपार्श्विक नहीं और आकर्षक ब्याज दरें
नई-दिल्ली (PIB): किसानों और व्यापारियों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने की सुविधा हेतु वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट रेगुलेटरी अथॉरिटी (डब्ल्यूडीआरए) ने पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएसबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू का आदान-प्रदान 05.02.2024 को पीएसबी के प्रधान कार्यालय में श्री टी.के. मनोज कुमार, अध्यक्ष, डब्ल्यूडीआरए और श्री स्वरूप कुमार साहा, एमडी एवं सीईओ, पीएसबी, द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में पीएसबी की ओर से डॉ. राम जस यादव, ईडी, पीएसबी, श्री रवि मेहरा, ईडी, पीएसबी और डब्ल्यूडीआरए की ओर से श्री नवीन बरोलिया, उपनिदेशक (एम एंड सी), श्री साई प्रदीप गोपीसेट्टी, सहायक निदेशक (एसए एंड ओ) ने भाग लिया।
ई-एनडब्ल्यूआर (इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीद) संबंधित फंडिंग के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू का उद्देश्य भारत में कृषि संबंधी वित्त में सुधार हेतु आगे की गतिविधियों के अलावा जमाकर्ताओं को लाभों की जानकारी प्रदान करना है।
पीएसबी बिना किसी गारंटी के और आकर्षक ब्याज दर पर ई-एनडब्ल्यूआर के माध्यम से ऋण की पेशकश कर रहा है। कृषि क्षेत्र के अंतर्गत 75 लाख रुपये और अन्य श्रेणी के उधारकर्ताओं के लिए पांच करोड़ रुपये के ऋण दिए जाते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान, ग्रामीण ऋण में सुधार के लिए इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीदों (ई-एनडब्ल्यूआर) का उपयोग करके फसल कटाई के बाद की गतिविधियों से संबंधित वित्तपोषण के महत्व पर डब्ल्यूडीआरए द्वारा एक प्रस्तुति दी गई थी। बैंक प्रतिनिधियों ने इस क्षेत्र में ऋण देने वाली संस्थाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। डब्ल्यूडीआरए ने हितधारकों के बीच विश्वास को बेहतर बनाने में अपने पूर्ण नियामक सहयोग का आश्वासन दिया।
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