नई दिल्ली में एनसीसी/एनएसएस कैडेटों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ: प्रधानमंत्री कार्यालय
नई-दिल्ली (PIB): देश के रक्षामंत्री श्रीमान राजनाथ सिंह जी, मंत्रिमंडल के मेरे अन्य साथी, DG NCC, उपस्थित अधिकारीगण, गणमान्य अतिथि, शिक्षकगण, NCC और NSS के मेरे युवा साथियों।
आपने अभी यहां जो सांस्कृतिक प्रस्तुति दी, उसे देखकर गर्व की अनुभूति हो रही है। रानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक व्यक्तित्व और इतिहास की घटनाओं को आपने यहां कुछ ही पल में जीवंत कर दिया। हम सब इन घटनाओं से परिचित हैं, लेकिन जिस तरह से आपने इसे प्रस्तुत किया, वो वाकई अद्भुत है। आप गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनने जा रहे हैं। और इस बार ये दो वजहों से और विशेष हो गया है। ये 75वां गणतंत्र दिवस है। और दूसरा, पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड, देश की नारीशक्ति को समर्पित है। मैं आज यहां इतनी बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से आई बेटियों को देख रहा हूं। आप यहां अकेले नहीं आई हैं, आप सभी अपने साथ अपने राज्यों की महक, विभिन्न रीति-रिवाजों के अनुभव और अपने समाज की समृद्ध सोच भी लेकर आई हैं। आज आप सबसे मिलना भी एक विशेष अवसर बन जाता है। आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है। आज बेटियों के साहस, जज्बे और उनकी उपलब्धियों के गुणगान करने का दिन है। बेटियों में समाज और देश को बेहतर बनाने की क्षमता होती है। इतिहास के अलग-अलग दौर में भारत की बेटियों ने अपने फौलादी इरादों और समर्पण की भावना से कई बड़े परिवर्तनों की नींव रखी है। थोड़ी देर पहले आपने जो प्रस्तुति दी, उसमें भी इसी भावना की झलक दिखती है।
मेरे प्यारे साथियों,
आप सभी ने देखा होगा कि कल देश ने एक बड़ा निर्णय लिया है। ये निर्णय है- जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने का। आज की युवा पीढ़ी के लिए कर्पूरी ठाकुर जी के बारे में जानना, उनके जीवन से सीखना बहुत जरूरी है। ये ‘बीजेपी’ की हमारी सरकार का सौभाग्य है कि उसे जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। बेहद गरीबी और सामाजिक असमानता जैसी चुनौतियों से लड़ते हुए वो राष्ट्र जीवन में बहुत ऊंचे मुकाम पर पहुंचे थे। वो दो बार बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे थे। इसके बावजूद अपना विनम्र स्वभाव और समाज के सभी वर्गों के लिए काम करना कभी नहीं छोड़ा। जननायक कर्पूरी ठाकुर हमेशा अपनी सादगी के लिए जाने जाते रहे। उनका पूरा जीवन सामाजिक न्याय और वंचितों के उत्थान के लिए समर्पित रहा। आज भी उनकी ईमानदारी की मिसाल दी जाती है। गरीब का दुख समझना, गरीब की चिंता कम करने के लिए प्रयास करना, गरीब कल्याण को अपनी प्राथमिकता बनाना, गरीब से गरीब लाभार्थी तक पहुंचने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा जैसे अभियान चलाना, समाज के पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों के लिए निरंतर नई योजनाएं बनाना, हमारी सरकार के इन सभी कार्यों में कर्पूरी बाबू के विचारों से मिली प्रेरणा आप देख सकते हैं। आप सभी उनके बारे में पढ़ें, उनके आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। इससे आपके व्यक्तित्व को एक नई ऊंचाई मिलेगी।
मेरे प्यारे नौजवान साथियों,
आप में से कई लोग ऐसे भी होंगे, जो पहली बार दिल्ली आए होंगे। गणतंत्र दिवस को लेकर आप उत्साहित हैं, लेकिन मुझे पता है कि कई लोगों को पहली बार ऐसी कड़ाके की ठंड का अनुभव हुआ होगा। हमारा देश तो मौसम के मामले में भी विविधताओं से भरा पड़ा है। इतनी ठंड और घने कोहरे के बीच आपने दिन-रात रिहर्सल की और यहां भी गजब की परफॉर्मेंस दी। मुझे पक्का विश्वास है कि जब आप यहां से अपने घर जाएंगे तो आपके पास गणतंत्र दिवस के अनुभवों के बारे में बताने के लिए काफी कुछ होगा और यही तो इस देश की विशेषता है। विविधताओं से भरे हमारे देश में सिर्फ एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने भर से ही जीवन में नए अनुभव जुड़ने लग जाते हैं।
मेरे प्यारे दोस्तों,
आपकी पीढ़ी को आपके शब्दों में ‘Gen ज़ी’ कहा जाता है। लेकिन मैं आपको अमृत पीढ़ी मानता हूं। आप वो लोग हैं, जिनकी ऊर्जा अमृतकाल में देश को गति देगी। आप सभी जानते हैं कि भारत ने 2047 तक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। अगले 25 वर्ष देश के लिए, आपके भविष्य के लिए बहुत अहम हैं। हमारा संकल्प है कि आपकी इस अमृत पीढ़ी का हर सपना पूरा हो। हमारा संकल्प है कि आपकी अमृत पीढ़ी के सामने अवसरों की भरमार हो। हमारा संकल्प है कि अमृत पीढ़ी के रास्ते की हर बाधा दूर हो। जो अनुशासन, फोक्स्ड माइंडसेट और कोऑर्डिनेशन मुझे अभी आपके परफॉर्मेंस में दिखा, वही अमृतकाल के संकल्पों को पूरा करने का आधार है।
साथियों,
अमृतकाल की इस यात्रा में आप मेरी एक बात हमेशा याद रखिएगा कि जो करना है, वो देश के लिए करना है। राष्ट्र प्रथम- Nation First यही आपका गाइडिंग प्रिंसिपल होना चाहिए। आप जो भी करें, पहले ये सोचें कि इससे देश का क्या फायदा होगा। दूसरा ये कि अपने जीवन में कभी भी विफलता से परेशान नहीं होना है। अब देखिए, हमारा चंद्रयान भी वो भी तो पहले चांद पर लैंड नहीं हो सका था। लेकिन फिर हमने ऐसा रिकॉर्ड बनाया कि चांद के दक्षिणी छोर पर पहुंचने वालों में नंबर वन बन गए। इसलिए हार हो या जीत, आपको निरंतरता बनाए रखनी है। हमारा देश बहुत बड़ा है, लेकिन उसे छोटी-छोटी कोशिशें ही कामयाब बनाती हैं। हर छोटे प्रयास का महत्व है, हर तरह का योगदान महत्वपूर्ण है।
मेरे नौजवान साथियों,
आप मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं। आपमें दुनिया को नेतृत्व देने की क्षमता है। मैंने लाल किले से कहा था, यही समय है, सही समय है। ये आपका समय है। यही समय आपका और देश का भविष्य तय करेगा। आपको अपने संकल्पों को मजबूती देनी है, ताकि विकसित भारत का लक्ष्य हासिल हो सके। आपको अपने ज्ञान का विस्तार करना है, ताकि भारत की मेधा दुनिया को नई दिशा दे सके। आपको अपनी क्षमताएं बढ़ानी है, ताकि भारत विश्व की चुनौतियों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। सरकार अपने युवा साथियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। आपके लिए आज अवसरों के नए मार्ग खोले जा रहे हैं। आपके लिए आज नए सेक्टर में मौके बनाए जा रहे हैं। आपके लिए स्पेस सेक्टर में आगे बढ़ने के नए रास्ते बनाए जा रहे हैं। आपके लिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस पर जोर दिया जा रहा है। आपके लिए रक्षा क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर की जगह बनाई गई है। आपके लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन को स्थापित किया गया है। 21वीं सदी में आपको किस तरह की आधुनिक शिक्षा की आवश्यकता होगी, हम इस पर फोकस करते हुए काम कर रहे हैं। हमने देश के एजुकेशन सिस्टम में Reform किया है। आज आपके पास अपनी मातृभाषा में हायर एजुकेशन पाने का अवसर है। आज आपके सामने किसी स्ट्रीम या सब्जेक्ट से बंधे रहने की बाध्यता नहीं है। आप कभी भी अपनी पसंद का विषय चुनकर पढ़ाई कर सकते हैं। आप सभी को Research और Innovation से ज्यादा से ज्यादा जुड़ना चाहिए। अटल टिंकरिंग लैब्स से Creativity और Innovation को बढ़ावा देने में बड़ी मदद मिलेगी। जो छात्राएं सेना के साथ जुड़कर करियर बनाना चाहती हैं, उनके लिए भी सरकार ने नए अवसर बनाए हैं। अब विभिन्न सैनिक स्कूलों में भी छात्राएं भी दाखिला ले सकती हैं। आपको पूरे विश्वास के साथ आगे बढ़ना है। आपका प्रयास, आपका विजन, आपका सामर्थ्य भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा।
साथियों,
आप सभी Volunteers हैं, मुझे खुशी है कि आप अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगा रहे हैं। आपको इसे कम नहीं समझना चाहिए। ये किसी के पूरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसके अंदर अनुशासन का भाव हो, जिसने देश में खूब यात्राएं की हों, जिसके पास अलग-अलग प्रांतों और भाषाओं को जानने वाले दोस्त हों, उसके व्यक्तित्व में निखार आना स्वाभाविक है। एक और बात का आपको हमेशा ध्यान रखना है, वो है फिटनेस। वैसे मैं देख रहा हूं, आप सभी फिट हैं। फिटनेस तो आपकी फर्स्ट प्रायोरिटी होनी चाहिए। और फिटनेस बनाए रखने के लिए आपका अनुशासन बहुत काम आता है। मोटिवेशन हो सकता है कभी कम हो भी जाए, लेकिन वो अनुशासन ही होता है जो आपको सही रास्ते पर रखता है। और अनुशासन को मोटिवेशन बना लेंगे तो समझिए हर मैदान में जीत की गारंटी है।
साथियों,
मैं भी आपकी तरह एनसीसी में रहा हूं। एनसीसी से ही निकला हूं। आपके बीच मैं उसी रास्ते से आया। मैं जानता हूं कि एनसीसी, एनएसएस या कल्चरल कैंप जैसी संस्थाएं युवाओं को समाज और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाती हैं। इसी कड़ी में देश में एक और संगठन का निर्माण किया गया है। इस संगठन का नाम है, ‘My Yuva Bharat’. मैं आपसे कहूंगा कि आप सभी ‘My Bharat’ Volunteers के रूप में खुद को रजिस्टर करें। ‘My Bharat’ की वेबसाइट पर ऑनलाइन विजिट करें।
साथियों,
गणतंत्र दिवस के इस समारोह के दौरान आपको लगातार ऐसे कार्यक्रमों में जाने का अवसर मिलने वाला है। परेड में भागीदारी के अलावा आप सभी कई ऐतिहासिक स्थानों पर भी जाएंगे और कई एक्सपर्ट्स से भी मिलेंगे। यह एक ऐसा अनुभव होगा, जो आपको पूरे जीवन याद रहेगा। हर वर्ष जब भी आप गणतंत्र दिवस की परेड देखेंगे, आपको ये दिन जरूर याद आएंगे, ये भी याद आएगा कि मैंने आपसे कुछ बातें कही थी। इसलिए मेरा एक काम जरूर करिएगा। करेंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताईये? बेटियों की आवाज तेज है, बेटों की कम है। करेंगे? अब बराबर है। अपने अनुभव को कहीं किसी डायरी में जरूर लिखकर रख लीजिएगा। और दूसरा, गणतंत्र दिवस से आपने क्या सीखा, ये मुझे आप नमो एप पर भी लिखकर या वीडियो रिकॉर्ड करके भेजिएगा। भेजेंगे? आवाज दब गई। नमो एप के माध्यम से आज की युवा पीढ़ी मुझ से लगातार जुड़ी रह सकती है। और आप भी जेब में जब आपका मोबाइल रखेंगे ना तो आप दुनिया को कह सकते हैं कि नरेन्द्र मोदी को मैं अपनी जेब में रखता हूं।
मेरे युवा साथियों,
मुझे आपके सामर्थ्य पर विश्वास है, आप पर विश्वास है। खूब पढ़ाई करें, एक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनें, पर्यावरण की रक्षा करें, बुरी आदतों से बचें और अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करें। आपके साथ देश का आशीर्वाद है, मेरी शुभकामनाएं हैं। परेड के दौरान भी आप छाए रहें, सबका दिल जीतें, मेरी यही कामना है। आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद। पूरी शक्ति से मेरे साथ बोलिये हाथ ऊपर करके –
भारत माता की- जय।
भारत माता की- जय।
भारत माता की- जय।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
वंदे मातरम।
शाबाश!
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