भारतीय रेल ने कैलेंडर वर्ष- 2023 में 6,577 रूट किलोमीटर विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया: रेल मंत्रालय
भारतीय रेल के कुल ब्रॉड गेज मार्ग के 93.83 फीसदी हिस्से का विद्युतीकरण किया जा चुका है
नई-दिल्ली (PIB): भारतीय रेल परिवहन के पर्यावरण-अनुकूल, तेज और ऊर्जा-कुशल साधन प्रदान करने की दृष्टि से ब्रॉड गेज ट्रैक के 100 फीसदी विद्युतीकरण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कैलेंडर वर्ष- 2023 के दौरान भारतीय रेल ने 6,577 रूट किलोमीटर (आरकेएम) विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया है। दिसंबर- 2023 तक कुल 61,508 रूट किलोमीटर के ब्रॉड गेज (बीजी) नेटवर्क का विद्युतीकरण किया गया है, जो भारतीय रेल के कुल ब्रॉड गेज रूट (65,556 आरकेएम) का 93.83 फीसदी है। इससे पहले साल 2014 तक 21,801 किलोमीटर ब्रॉड गेज नेटवर्क का विद्युतीकरण किया गया था।
रेल विद्युतीकरण के निम्नलिखित लाभ हैं:
- परिचालन लागत में कमी
- इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की अधिक ढुलाई क्षमता के कारण भारी मालगाड़ियों और लंबी यात्री ट्रेनों का परिचालन, जिससे थ्रूपुट (निर्धारित समय में ढुलाई) में बढ़ोतरी हुई।
- ट्रैक्शन परिवर्तन के कारण अवरोध को समाप्त करके सेक्शनल क्षमता में बढ़ोतरी।
- परिवहन का पर्यावरण अनुकूल साधन।
- आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता में कमी आई है, जिससे बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत हुई।
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