योगी राज में उत्तर प्रदेश की पुलिस 'संविधान की हत्यारी': रघु ठाकुर
योगी राज में उत्तर प्रदेश की निरंकुश पुलिस ने की संसद की अवमानना: एस. एन. श्रीवास्तव
लखनऊ: शुक्रवार (18 सितम्बर 2020) को दलीय राजनीति से ऊपर उठकर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक - रघु ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा संसद सत्र में 'राज्य सभा सांसद संजय सिंह' को चल रहे संसद-सत्र के दौरान संसद छोड़कर थाने में बुलाने की नोटिस को बहुत ही गंभीरता से लेते हुए कहा और सोशल मीडिया पर भी लिखा है कि, "सोशल सर्वे राजनीति के अहिंसक व संवैधानिक तरीको मे से एक है। यह जाति विरोध नहीं बल्कि जातीय समन्वय का तरीका है, ताकि सरकारें सर्व समावेशी मार्ग पर चलें। मण्डल कमीशन ने टाटा इंस्टिट्यूट से विधायिकाओंऔर प्रशासनिक पदों पर जातीय हिस्सेदारी का अध्यन कर रपट ली थी। जिसके आधार पर बाद में मण्डल कमीशन की रपट आई और भारत सरकार ने उसे 1999 में लागू किया।
श्री संजय सिंह के सर्वे का मैं खुद व लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी समर्थन करती है तथा मानती कि, यह न केवल उनका सम्वैधानिक अधिकार है बल्कि राष्टीय दायित्व भी है।
भारत की संसद व मंत्रिमण्डल दोनों ने जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पारित किया है, तो क्या संसद और केंद्रीय मंत्रीमण्डल को राष्ट्द्रोही माना जाय।
श्री संजय सिंह राज्य सभा के सदस्य हैं। संसद सत्र शुरू है और एक थानेदार द्वारा संसद सदस्य को संसद छोड़कर थाने मे बुलाने का नोटिस देना संसद की अवमानना है। अगर राज्य सभा के सभापति श्री वेंकैय्या नायडू इस गम्भीर घटना का संज्ञान नहीं लेते है तो इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा। और किसी दिन पुलिस के हाथ उपराष्ट्रपति तक भी पहुँचेंगे।"
(रघु ठाकुर सनरक्षक लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी १८सितम्बर)
इसी क्रम में लोसपा के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष - एस. एन. श्रीवास्तव ने अजीत सिंह के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि, "राष्ट्रीय संरक्षक ने सत्य कहा है और लिखा है। उत्तर प्रदेश की पुलिस निरंकुश हो चुकी है और योगी राज में उत्तर प्रदेश की निरंकुश पुलिस ने संसद की अवमानना की है, जिसके लिए लोसपा मांग करती है कि, राज्य सभा के सभापति श्री वेंकैय्या नायडू इस गम्भीर घटना का संज्ञान लें और इस गंभीर दुराचरण के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें अन्यथा जैसा कि, पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक - परमादरणीय रघु ठाकुर ने कहा है और लिखा है- 'इतिहास उन्हें (राज्य सभा के सभापति श्री वेंकैय्या नायडू को) माफ नहीं करेगा और किसी दिन पुलिस के हाथ उपराष्टपती तक भी पहुँचेंगे'।"
ज्ञातव्य हो कि राज्यसभा सांसद- संंजय सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्य मंत्री योगी को चुनौती देते हुए कहा कि, "मैं ऐसे धमकी पत्र को फाड़कर फेंकता हूँ। ऐसे धमकी पत्र से मैं डरने वाला नहीं हूँ, हमें डराने की कोशिश मत करना। मैं तो गिरफ़्तारी देने को तैयार था आप बयान लेने को भी तैयार नही कोई बात नही सदन का सत्र ख़त्म होने के दो दिन बाद मैं लखनऊ के हज़रतगंज थाने आ जाऊँगा।"
उपरोक्त बिरोधों पर उत्तर प्रदेश सरकार झुुकती नजर आई और आनन-फानन में लखनऊ के पुलिस निरीक्षक द्वारा आज एक पत्र जारी कराकर सांंसद- संजय सिंह को सत्र समाप्ति के दो दिन बाद हाज़िर होने को लिखा गया है।
इस जानकारी को अजीत त्यागी ने एक ट्वीट में साझा किया है।
अन्यथा जैसा कि, पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक - परमादरणीय रघु ठाकुर ने कहा है और लिखा है- 'इतिहास उन्हें (राज्य सभा के सभापति श्री वेंकैय्या नायडू को)माफ नहीं करेगा और किसी दिन पुलिस के हाथ उपराष्टपती तक भी पहुँचेंगे'।" pic.twitter.com/HoeFw2ynew
— सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•) (@LSPUP2016) September 19, 2020
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