COVID-19: अब कामगारों/ इंसानों की जगह आर्टिफिसियल इंटेलीजेन्स /रोबोट/ मशीनी मानव ले लेंगे!
सावधान!
क्या कोरोना वायरस प्रायोजित है?-
लखनऊ, सोमवार 20 अप्रैल 2022: लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष - एस. एन. श्रीवास्तव ने लोगों को कोरोना महामारी के बाद के खतरों से आगाह करते हुए कहा कि, "यदि सभी घटना-क्रमों को बारीकी से देखा जाय, तो स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है कि, अब लॉक डाउन के बाद से कामगारों/ इंसानों की जगह आर्टिफिसियल इंटेलीजेन्स /रोबोट/ मशीनी मानव ले लेंगे"।
प्रदेश अध्यक्ष - एस एन श्रीवास्तव ने कहा कि, निम्न बिंदु महत्वपूर्ण है:
1, COVID - 19 पर प्रतिक्रिया जारी कर सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि, "30 दिसंबर को उसे भारत में कोरोना के एक मरीज मिलने की जानकारी हो गयी थी"।
2. वाणिज्य व उद्योगमंत्री 06 जनवरी 2020 को बताये थे कि, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस & मशीन लर्निंग 2035 तक भारतीयअर्थव्यवस्था में एक हजार अरब डॉलर का योगदान करेगा"।
3. 02 मार्च 2020 को 'नमस्ते ट्रम्प' का आयोजन।
4. विश्लेषकों के अनुसार कोरोना वायरस महामारी के बाद भारत ही नहीं पूरे विश्व में इंसानों के लिए एक और सबसे बड़ा खतरा सुनुयोजित ढंग से लाई जा रही है और वो है- कोरोना वायरस के संकट के बाद की दुनिया में तेज़ी से 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस & मशीन लर्निंग'/ 'रोबोट' का उदय।
विश्लेषकों का मानना है कि, अच्छा हो या फिर बुरा, लेकिन यह सच है कि कई तरह की नौकरियों में अब 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस & मशीन लर्निंग'/ 'रोबोट' इंसानों की जगह लेने जा रहे हैं।
और
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिंक्डइन पर साझा किए गए विचारों के 'अंश' जिसमें प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि, “इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत उलझनों से भरी रही है। कोविड-19 के कारण कई तरह की अड़चने उत्पन्न हो गई हैं। कोरोना वायरस ने व्यवसायी जीवन की रूप-रेखा की कायापलट कर डाली है। इन दिनों घर, नए कार्यालय का रूप ले चुका है। इंटरनेट नया मीटिंग रूम है। सहकर्मियों के साथ होने वाले ऑफिस ब्रेक्स कुछ समय के लिए इतिहास बन चुके हैं।"
प्रधानमंत्री जी ने यह भी कहा है कि, "मैं भी स्वयं को इन बदलावों के अनुकूल ढाल रहा हूं। ज्यादातर बैठकें, चाहें वे मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, अधिकारियों और विश्व नेताओं के साथ ही क्यों न हों, अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही हो रही हैं। विविध हितधारकों से जमीनी स्तर का फीडबैक लेने के लिए समाज के अनेक वर्गों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठकें की गईं। गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संगठनों और सामुदायिक संगठनों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किए गए। रेडियो जॉकीज़ के साथ भी संवाद हुआ।"
*तो अब यहां प्रश्न उठता है कि, क्या भारत में "कोरोना वायरस महामारी" प्रायोजित है?-
सावधान!
— सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•) (@LSPUP2016) April 20, 2020
अब कामगारों/ इंसानों की जगह आर्टिफिसियल इंटेलीजेन्स /रोबोट/ मशीनी मानव ले लेंगे!
वाणिज्य व उद्योगमंत्री 06 Jan.2020 को बताये थे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस & मशीन लर्निंग 2035 तक भारतीयअर्थव्यवस्था में एक हजार अरब डॉलर का योगदान करेगा।
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