कायस्थ समाज बना परिवार, नेहा का बसा घर - संसार: अनिल श्रीवास्तव
लखीमपुर (उ.प्र.): लुप्त होती इंसानियत का मिथक तोड़ते हुए लखीमपुर के कायस्थ समाज ने आर्थिक रूप से कमजोर अनाथ बिटिया का विवाह कराकर आज समाज के सामने मिसाल पेश की है।
गायत्री मन्दिर में पूरी रीतिरिवाज से सम्पन्न हुए इस विवाह में कन्यादान बिटिया के फूफा- महिपाल श्रीवास्तव ने किया।
उल्लेखनीय है कि आज दाम्पत्य सूत्र में बंधी कायस्थ समाज की लाडली छाउछ निकट बीआरसी की नेहा श्रीवास्तव के माता-पिता का इंतकाल हो चुका है। वह अपने फूफा के वहां रह रही थी। नेहा के शादी योग्य होने पर परम्परा और संस्कारों के संवेदनशील आर्थिक व शारीरिक रूप से कमजोर फूफा विवाह को लेकर चिंतित हो उठे। उनकी इस परेशानी को देखते हुए स्थानीय कायस्थ समाज निकलकर आगे आया और आपसी सहयोग से विवाह को धूमधाम से सम्पन्न कराया। तन- मन- धन से लगे कायस्थ समाज ने लाडली नेहा का विवाह बिल्कुल अपनी बेटी जैसा करवाया।
आज गायत्री मन्दिर को सजकर बारातियों के स्वागत को तैयार था। महोली क्षेत्र से उदारमना कायस्थ परिवार का पुत्र पहले ही इस लाडली का हाथ थामने को तैयार था, बारात के आते ही जनातियो ने बारात का जोरदार स्वागत किया। पूरे विधिविधान व मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न हुए इस विवाह में वर-बधू ने सात फेरे व वचन लिए। दाम्पत्य सूत्र में बंधने के बाद नवविवाहित दम्पत्ति ने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया।
इस विवाह को धूमधाम से सम्पन्न कराने के निमित्त सराहनीय योगदान देने वालो में प्रमुख रूप से श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा लखीमपुर टीम, श्री शशिकांत श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, श्री राजीव रत्न खरे, डा ओम प्रकाश श्रीवास्तव, श्रीमती अनीता निगम, अनिल श्रीवास्तव, प्रशांत लाला, विक्की सक्सेना, आदर्श सक्सेना, विकास अस्थाना, आशीष श्रीवास्तव, मोनू श्रीवास्तव आदि समाजसेवी रहे।
(अनिल श्रीवास्तव)
swatantrabharatnews.com