एमओआईएल ने वित्त वर्ष 2018-19 में रिकॉर्ड कारोबार किया: इस्पात मंत्रालय
नई-दिल्ली: देश में मैंगनीज अयस्क की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी और इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत मिनी रत्न अनुसूची-1 केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एमओआईएल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 1440 करोड़ रुपये का अब तक का सर्वाधिक टर्नओवर यानी कारोबार (अंकेक्षित एवं अनंतिम) किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष के दौरान इस कंपनी के मुख्य उत्पादन (गैर-सूक्ष्म कण यानी नॉन-फाइन्स अर्थात सूक्ष्म कणों को छोड़ उत्पादन) में 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वित्त वर्ष 2018-19 में कुल उत्पादन 13 लाख एमटी का आंकड़ा पार कर गया जो वार्षिक आधार पर 9 प्रतिशत अधिक है और जो पिछले 10 वर्षों में सर्वाधिक उपलब्धि को दर्शाता है। कंपनी ने मैंगनीज अयस्क के गैर-सूक्ष्म कणों का भी सर्वाधिक उत्पादन किया है। गैर-सूक्ष्म कणों (नॉन - फाइन्स) की बिक्री 11 लाख एमटी की हुई जो वार्षिक आधार पर 13 प्रतिशत अधिक है और इसके साथ ही यह रिकॉर्ड बिक्री को दर्शाता है। मौजूदा समय में देश के कुल मैंगनीज अयस्क भंडारों का 34 प्रतिशत एमओआईएल लिमिटेड के पास ही है और यह कंपनी घरेलू उत्पादन में 50 प्रतिशत का योगदान कर रही है।
एमओआईएल लिमिटेड अपनी खदानों के विस्तारीकरण एवं आधुनिकीकरण पर विशेष फोकस कर रही है, ताकि उत्पादन स्तरों को बरकरार रखा जा सके और इसके साथ ही क्षमता में वृद्धि भी सुनिश्चित की जा सके। वित्त वर्ष के दौरान चिकला खदान में दूसरी वर्टिकल छड़ (शाफ्ट) को काफी दूर तक धंसाने (सिंक) और कंद्री एवं बालाघाट खदानों में छड़ (शाफ्ट) को काफी गहराई में ले जाने से जुड़ी परियोजनाएं पूरी हो गईं। इससे कंपनी को इन खदानों में उत्पादन के बढ़े हुए स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी। कंपनी की उकवा एवं मुनसर खदानों में छड़ (शाफ्ट) को काफी दूर तक धंसाने और बालाघाट एवं गुमगांव खदानों में हाई स्पीड शाफ्ट को धंसाने से जुड़ी परियोजनाओं पर काम निर्धारित कार्यक्रम के अऩुसार हो रहा है।
इसके अलावाए वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान नागपुर जिले के परसोदा में विकास एवं उत्पादन से जुड़े कार्य शुरू कर दिए गए हैं जो इस कंपनी की 11वीं खदान है। इस खदान में वार्षिक उत्पादन धीरेे-धीरे बढ़कर 40,000 एमटी के स्तर पर पहुंच जाएगा। कंपनी महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पूर्वेक्षण एवं खनन पट्टों से जुड़े कार्य भी तेजी से कर रही है। इनमें से ज्यादातर कंपनी की मौजूदा खदानों के आसपास के क्षेत्रों में ही हैं।
उपर्युक्त परियोजनाओं / नए पट्टों (लीज) की बदौलत एमओआईएल लिमिटेड वित्त वर्ष 2024-25 तक अपने उत्पादन को दोगुना कर 25 लाख एमटी के स्तर पर पहुंचाने संबंधी अपने विजन को साकार करने की दिशा में अग्रसर हो जाएगी।
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