उ•रे•: DRM लखनऊ बेखौफ - पंजाब मेल 2 घंटे 24 मिनट में बाराबंकी से लखनऊ पहुँची!-
- बाराबंकी में घंटों खड़ी रही पंजाब मेल - यात्री परेशान
लखनऊ: उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में भारतीय रेल का ढांचा चरमरा गया है। ट्रेेेनों के संचालन पर DRM/लखनऊ का ध्यान एकदम नहीं है। लखनऊं मंडल में आते ही ट्रेनों को कब कहाँ और किस स्टेशन पर घंटों खड़ा कर दिया जायेगा, कहना मुश्किल है। और तो और लखनऊ ऐसे बड़े स्टेशन के प्लेटफार्म पर भी जनसुबिधाओं का आभाव है जिसके कारण खास करके बीमारो और बृद्धों/ सीनियर सिटीजन्स की यात्रा अत्यंत पीडादायक हो जाती है तथा यात्री अपूर्णीय क्षति के शिकार हो रहे हैं।
उक्त बातें रेेेलवे के रिटायर्ड इंजीनियर तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने कही।
उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि उत्तर रेेेेलवे के लखनऊ मंडल का विकास नहीं बिनाश हो रहा है, क्योंकि आज लखनऊ मंडल से समय-पालन का नाम ही मिट चुुुुका है। राइट टाइम ट्रेन को लखनऊ के पहले घंटों अकारण ही रोक दिया जाता है। लगता है कि रेलवे से प्लानिंग ही समाप्त हो चुकी है।
आज प्रदेश अध्यक्ष- श्री श्रीवास्तव जालंधर अपने रेेेल के साथी के रिटायरमेेन्ट कार्यक्रम में जा रहे थे। उनके दाहिने पैर की कटोरी एक दुर्घटना में टूट गई थी लेकिन उन्हें रेलवे से ट्रेन की सही सूचना नहीं मिलने के कारण प्लेटफार्म नंंबर 4 पर घंटों खड़े रहने और पीड़ा सहने पर मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि, "यह कौन सा विकास है, समझना मुश्किल है। उन्होंने जब DRM/ लखनऊ से नाराजगी ब्यक्त की तब जाकर पंजाब मेल को बाराबंकी से लखनऊ के लिए चलाया गया। वे रेलवे से क्षतिपूर्ति का दावा भी करेंगे।"
इसको लेकर उन्होंने फोटो भी शेयर किए और ट्वीट करके पूछा कि, "यह कौन सा विकास है?-"
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